मसूरी _जॉर्ज एवरेस्ट हाउस एस्टेट में पिछले कई दिनों से पर्यटकों से प्रवेश पर अवैध व अनधिकृत पैसे की वसूली व पार्किंग पर अवैध वसूली और अवैध बैरियर किसी ठेकेदार द्वारा लगाये जाने की शिकायत को लेकर आज मसूरी व्यापार मंडल व स्थानीय लोगों ने व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल के नेतृत्व में धरना दिया।
स्थानिय नागरिकों द्वारा बताया जा रहा है की ऐतिहासिक पर्यटक स्थल जॉर्ज एवरेस्ट पर धोखाधड़ी हो रही है, जानकारी के अनुसार जॉर्ज एवरेस्ट पर एक बैरियर लगाया गया है जिसमें वैरियर संचालकों द्वारा पर्यटकों से अवैध वसूली की जा रही है, गार्ड के द्वारा पर्यटकों से अनाधिकृत रूप से पैसे का नकदीकरण किया जा रहा है। दो पहिया वाहनों के लिए 100/- रुपये और चार पहिया वाहनों से 200/- रुपए का शुल्क लेकर नगर पालिका सम्पत्ति पर गाड़ी पार्क किये जा रही है।
प्रतिव्यक्ति 200/- रुपये भुगतान लिए जाने के बाद ही पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। इस संदर्भ में आज मसूरी व्यापार मंडल ने क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को एक ज्ञापन भी दिया। जिसमें उन्होंने स्थानीय लोगों और व्यापारियों साथ ही पर्यटकों की समस्याओं का जिक्र किया है। ज्ञापन में-
- जॉर्ज एवरेस्ट पार्क एस्टेट पर हाल ही में निर्मित आम रास्ते में बैरियर नहीं होना चाहिए।
- मसूरी के स्थानीय निवासियों के लिये आधार कार्ड के अनुसार प्रवेश निःशुल्क होना चाहिये।
- समस्त पर्यटकों के लिये प्रवेश निःशुल्क होना चाहिये और म्यूजियम व अन्य गतिविधियों के लिये रियायती दर होनी चाहिये।
- रू 1000 का पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है चार पहिया वाहन के लिये जो की न्यायसंगत नहीं है। ये दर अधिकतम रू 100 होना चाहिये।
- रू. 200 लेकर चार पहिये वाहन को नगर पालिका संपति और मार्ग पर खड़ा करना अवैध है। नगर पालिका संपति पर पार्किंग निःशुल्क होनी चाहिये।
- जॉर्ज एवरेस्ट पार्क एवरेस्ट में कई निजी संपति के रास्ते हैं और पूर्व से कई निजी संपत्तियां हैं, ऐसे सभी भू स्वामियों को आने जाने की अनुमति होनी चाहिए और सभी अन्तर संपति मार्ग पूर्ण रूप से खुलने चाहियें।
- स्थानीय युवकों और निवासियों को प्राथमिकता पर रोज़गार मिलना चाहिये और व्यापार के अवसर प्रदान करने चाहिए।
- जॉर्ज एवरेस्ट के रास्ते पर साफ सफाई के व्यवस्था सुचारू होनी चाहिये।
- जॉर्ज एवरेस्ट पार्क एस्टेट में पेयजल व्यवस्था और पर्यटकों के लिये अनेक बेंच की व्यवस्था होनी चाहिये।