आज दिनांक 07-मार्च को वरिष्ठ राज्य आदोलनकारी हरी कृष्ण जुयाल (68) के निधन हो गया । आज सुबह मैक्स हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली । उनके निधन पर राज्य आंदोलनकारी मंच एवं कई सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने गहरा दुख व्यक्त कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
जुयाल 01-मार्च को मॉर्निंग वाक करते समय किसी वाहन की टक्कर में घायल हो गये थे तत्पश्चात उन्हें मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया उपचार के दौरान उनका आज सुबह देहान्त हो गया। आज पोस्टमार्टम होने के उपरांत कल शुक्रवार को उनका अन्तिम संस्कार किया जायेगा। प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि दोनों पति पत्नी राज्य आंदोलन में बहुत सक्रिय रहे। वह पूरे इन्द्रा कालोनी से जब मिलकर धरना प्रदर्शन व चक्का जाम व बैठकों में बराबर शामिल होते थे। कलम सिंह गुसाईं व रामलाल खंडूड़ी ने दुःख जताते कहा कि एक एक करके हमारे बीच आंदोलनकारी दिवंगत होते जा रहे, औऱ हमारे राज्य आंदोलनकारियों की आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं है सरकार को जल्द इसके के लिये आयोग या परिषद का गठन करना चाहियॆ। जो अभी तक अस्तित्व में नहीं आया जबकि अन्य आयोग व परिषद बराबर कार्य कर रहे है।
उन्हें निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में निवर्तमान महापौर सुनील उनियाल ‘गामा’,वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रविंद्र जुगराण, राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी , रामलाल खंडूड़ी , सतेन्द्र भण्डारी , प्रदीप कुकरेती , कलम सिंह गुसांई , जयदीप सकलानी , चन्द्र किरण राणा , गिरिराज उनियाल, राकेश नौटियाल , राजेश पान्थरी , विरेन्द्र गुसाईं , बीर सिंह रावत , सतेन्द्र नौगाँई , विनोद असवाल , प्रेम सिंह नेगी , सुमित थापा , सुलोचना भट्ट , पुष्पलता सिलमाना , प्रभा नैथानी , राधा तिवारी , सुलोचना गुसांई अरुणा थपलियाल , मोहन सिंह रावत , रामेश्वरी रावत , प्रभात डण्डरियाल , सुशील चमोली व सुलोचना गुसाईं , अनूप कुमार व प्रभात बडथ्वाल पुरण जुयाल, जयप्रकाश उत्तराखंडी, देवी गोदियाल आदि ने जुयाल के निधन पर गहरा दुःख जताया।