देहरादून 13 जून। भाजपा ने राज्य मे डेमोग्राफी चेंज और पुरोला की घटनाओं को लेकर कांग्रेस की नजर और नजरिये को दुर्भाग्यपूर्ण तथा राज्य वासियों की भावना को आहत करने वाला करार दिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने चेताते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के बयान पर कहा कि वह मामले की असलियत को जान बूझकर दरकिनार करते हुए इसे राजनैतिक चश्मे से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की नीति के चलते वह किसी न किसी तरह ओवेसी का समर्थन कर रहे है जो कि मामले का समाधान नहीं, और यह पर्वतीय क्षेत्र में सालों से बसे लोगों की भावनाओं को आहत करने वाला भी है। लव जिहाद या लैंड जिहाद पर आपत्ति जताने वालों को राजनैतिक स्थिति को अलग रखकर इस पर सोच स्पष्ट करने की जरूरत है। इसे अन्य घटनाओं से न जोड़कर मुद्दे से ध्यान हटाना गलत है। अपरोक्ष रूप से अगर, वह इन घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों के पैरोकारी बन रहे हैं तो उन्हे इसकी वजह भी स्पष्ट करनी चाहिए। इन क्षेत्रों से क्या पलायन हुआ है और पलायन की असली वजह क्या है इसकी वजह भी साफ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य मे लैंड जिहाद को रोकने के लिए सत्यापन अभियान चला रही है तो दूसरी और अवैध धर्मांतरण कानून लाई है। यह राज्य की संस्कृति और स्वरूप को बचाने के लिए है, लेकिन इनमे खामियों को लेकर चर्चा के बजाय इसे राजनैतिक तूल देना भी पूरी तरह से गलत है।
भट्ट ने विपक्ष को इन मुद्दों पर गहनता से चर्चा और माहौल को अशांत करने से बचने की सलाह देते हुए कहा कि यह मुद्दा राजनीति का नही, बल्कि देव भूमि की परंपरा और बदलते डेमोग्राफी को भी गंभीरता से लेने का है। स्थायी समाधान के लिए विपक्ष की सकारात्मक पहल की भी जरूरत है। क्षेत्र के लोग अपने अधिकार और स्वरूप को लेकर चिंतित है तो उनके पक्ष को भी सुनने की जरूरत है। राज्य की सांस्कृतिक, सामाजिक एवं अध्यात्मिक स्वरूप को बनाए रखना सरकार के साथ हम सबकी जिम्मेदारी है ।
प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए इस प्रकार के अनैतिक कामों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है ताकि देवभूमि की पवित्रता एवं सात्विकता को बनाए रखते हुए राज्य की शांति भंग करने वालों की साजिश विफल हो । आज समाज मे जहर फैलाने की कोशिश करने वालों पर लगाम लगाने की बेहद आवश्यकता है, जिसके लिए प्रत्येक पार्टी व संस्थाओं को राजनैतिक एवं व्यक्तिगत नफा नुकसान को दरकिनार कर आगे आने की जरूरत है । प्रदेश के धार्मिक और
आध्यात्मिक स्वरूप पर किये जा रहे हमलों से जुड़े सवालों के हल ढूंढना हम सबके लिए जरूरी है ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार बिना भेदभाव के पारदर्शिता की नीति के तहत काम कर रही है और ऐसे मे हर बेहतर कार्य को राजनैतिक चश्मे से देखकर एकपक्षीय दृष्टिकोण अस्वीकार्य है। कांग्रेस नेताओं के विषैले बोल नफरत को भड़का रहे है और यह सरासर गलत है।