यहां पूरोला नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी की याचिका हाई कोर्ट ने की खारिज, बढ़ सकती है मुश्किलें । विधायक निधि में स्वीकृत योजना का नाम बदलकर दो- दो बार भुगतान की जांच की हो चुकी पुष्टि।

पुरोला। नगर पंचायत पुरोला में लंबे समय से पड़ रहे भ्रष्टाचार के छीटें पर हाईकोर्ट नैनीताल ने नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी को कड़ी फटकार लागते लगाते हुए याचिका को खारिज कर दिया । जिससे हरिमोहन नेगी की अब मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सूत्रों की माने की तो नगर पंचायत अध्यक्ष नेगी पर लगे आरोपों के बाद अब सरकार उन पर जल्द कार्रवाई कर सकती है।
इधर नगर पंचायत पुरोला के वार्ड सदस्य विनोद नौडियाल ने कहा है कि “सत्यमेव जयते सत्य
” सत्य की हमेशा जीत होगी । उन्होंने कहा है कि पुरोला में पिछले साढ़े चार वर्षों से जो भ्रष्टाचार हुआ है उससे पुरोला के आमजन अच्छी तरह से वाकिफ थे। जांच में पाया गया था कि यहां भारी भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी ने इसे स्वीकार नहीं किया और हाई कोर्ट नैनीताल में याचिका दायर किया था । नैनीताल हाई कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया। उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष नगर पंचायत अध्यक्ष की जांच पहले अपर जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी द्वारा करवाई गई। जिसमें
नगर पंचायत द्वारा प्रयुक्त की जाने वाले वाहनो में से राजकीय वाहन स० UK10GA0068, UK10CA0546, UK10CAO835 एवं UK10CA1153 की लॉग बुक प्रस्तुत की गयी है। नगर पंचायत, पुरोला द्वारा अवगत कराया गया है कि राजकीय वाहन निकाय के अन्य कार्यों में व्यस्थता के कारण समय-समय पर राजकीय कार्यों के सम्पादन हेतु अतिआवश्यक कार्यों हेतु निजी वाहनों का प्रयोग किया गया है ,जिस हेतु वाहन संख्याः 9888,9398,0439 का प्रयोग किया गया है एवं वाहन संख्याः यू0के0 07 टीए/0333 मा० अध्यक्ष द्वारा राजकीय कार्यो के सम्पादन हेतु प्रयोग किया जाता है, जिस कारण से उक्त वाहनों में डीजल/ प्रेट्रोल निर्गत किया गया

है। यह स्पष्ट करना है कि नगर पंचायत, पुरोला द्वारा निजी वाहन में तेल भरवाया गया है, निजी वाहनों में तेल भरवाने का कोई प्राविधान नही है।
इधर सभासद सुषमा चौहान , धनविरी , विनोद नौडियाल ने बताया कि हमारे द्वारा जो शिक़ायत पत्र मुख्यमंत्री को दिया गया था उस में एस आईटी जांच की मांग कि गई थी लेकिन शहरी विकास विभाग ने एस आई टी जांच नहीं कि बल्कि विभागीय जांच की है ‌। उन्होंने नगर पंचायत अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि विभागीय जांच में अध्यक्ष लिपापोती कर सकता है।

सभासदों ने पूर्व में खंड विकास अधिकारी से जांच करवाई थी जिसमें भौतिक निरीक्षण के दौरान पाया गया कि प्रथम योजना जो लो०नि०वि० अतिथि गृह के पास से दुकाणा मोटर मार्ग निकट थाना पुरोला तक जाती है। उक्त मार्ग पर पी०सी०सी० खनिजा बना हुआ है मौके पर उपस्थित जन प्रतिनिधियों के द्वारा बताया गया कि यह रास्ता पाच से छः वर्ष पूर्व बनाया गया था । एवं दूसरी योजना श्रीकुल मन्दि बालिका इण्टर कालेज से दुकाणा मोटर मार्ग निकट थाना पुरोला तक जाती है जिस पर पी०सी०सी० डाला गया है। इसको भी पांच से छ वर्ष पूर्व बनाया गया था। इन योजनाओं की अनुमानित लम्बाई कमरा 1250 मीटर एवं 375 मी० है । कार्यदायी संस्था नगर पंचायत से कार्य की प्रगति के दौरान की फोटो या मापन के समय की फोटो उपलब्ध कराने को कहा गया लेकिन कोई फोटो ग्राफ / प्रमाण इस सम्बन्ध में. नहीं दिये गये । उक्त दोनो योजनाओं की माप पुस्तिका में दर्शित विशिष्टयां योजनाओं की वर्तमान स्थिति से किसी भी प्रकार से मेल नहीं खाती है। दोनों योजनाओं पर योजना सम्बन्धी बोर्ड नहीं पाये गये । से स्पष्ट है कि विधायक निधि योजना में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। जानकारों की माने तो हाई कोर्ट द्वारा नगर पंचायत अध्यक्ष की याचिका को खारिज करने के बाद सरकार पर कार्रवाई करने का दबाव में बढ़ रहा है।