बंजारावाला में लोगों की छतों के ऊपर झूलते बिजली के नंगे तार कभी भी चमोली जैसे हादसा की पुनरावृत्ती हो सकती है । विद्युत विभाग हमेशा स्थानीय लोगों की मांग को अनसुना कर रहा है

राजधानी देहरादून में लोगों के छतों के ऊपर झूलते बिजली के नंगे तारों से चमोली जैसी घटना की पुनरावृति कभी भी हो सकती है। स्थानीय लोग कई बार विभागीय अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं और हमेशा विभागीय अधिकारी उनकी मांगों की अनदेखी कर लेते हैं।


आज मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस पर बैठक भी ली। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभागों को इसकी जवाबदेही लेनी होगी जिससे चमोली जैसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो पाए। उनके आदेश का कितना असर होता है यह तो भविष्य के गर्भ में है। राजधानी देहरादून के बंजारा वाला क्षेत्र में शिवपुरी लेन नंबर 10 में लोगों के घरों के ऊपर से झूलते बिजली के नंगे तार कभी भी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए काफी हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों को लिखित और मौखिक रूप से उन्हें हटाने या केबिल तार लगाने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन विभागीय अधिकारी हमेशा उनकी मांग को अनसुना कर देते हैं। विद्युत विभाग के स्थानीय जे ई बाहरी बिल्डरों की आवाभगत में तो हाज़िर रहते हैं। लेकिन स्थानीय लोगों की बातों को वह हमेशा अनसुना कर देते हैं। इस बात से नाराज लोग अब उनके खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं और जल्द ही मुख्यमंत्री से इस विषय पर मिलने जा रहे हैं। विभाग की लापरवाही से अभी जून के महिने में काम करते एक मजदूर इसकी चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। स्थानीय लोगों ने विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि 2 हफ्ते के अंदर यदि केबल तार या कोई स्थाई व्यवस्था नहीं की जाएगी तो शीघ्र ही विधुत विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा और मुख्यमंत्री धामी से भी इस विषय में बात की जाएगी।