पानी को लेकर बंजारावाला क्षेत्र के लोगों का फूटा गुस्सा,किया जल निगम कार्यालय का घेराव, जे ई से हुई तीखी नोंकझोंक।

 


राजधानी के सबसे बड़ी आबादी वाले क्षेत्र बंजारावाला में क्षेत्रवासियों को एक सप्ताह से पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है । साथ ही जो थोड़ा बहुत पानी आ  भी रहा है वह पीने लायक नहीं है।  उसमें मिट्टी और रेत आ रही है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर भी दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है।

 

क्षेत्रीय पार्षद रुचि रावत और समाजसेवी जोगेन्दर रावत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने जल निगम बंगाली कोठी का घेराव किया। इस दौरान वहां मौजूद जेई और समाजसेवी जोगेन्दर सिंह रावत के बीच तीखी नोंकझोंक भी देखने को मिली। जोगेंद्र सिंह रावत का आरोप है कि एक सप्ताह से बंजारावाला क्षेत्र में पानी की कमी और गन्दे पानी की शिकायत दर्ज कराने क्षेत्रवासियों के साथ जे ई रावत से बात कर रहे थे। उन्होंने इसको गंभीरता से नहीं लिया । और लोगों से बदसलूकी कर रहे थे

 

जिस वजह से तीखी नोंकझोंक हुई। नवनिर्वाचित क्षेत्रीय पार्षद रुचि रावत ने कहा कि वार्ड में समस्यायों का अंबार है । जिसके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों से बात कर समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा।
गौरतलब है कि धर्मपुर विधानसभा में पिछले तीन साल से सीविर लाइन योजना का काम चल रहा है । जिस वजह से जगह -जगह सड़कें खुदी हुई हैं नगर निगम द्वारा बनाई गई नालियां भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। साथ ही पानी की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

 

 

हालांकि समाजसेवी और पहाड़ी प्रजामंडल के अध्यक्ष बीर सिंह पंवार ने आरोप लगाया कि यह परियोजना लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है । जगह जगह सड़कें खुदी हुई हैं हजारों करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं पर गुणवत्ता और समय सीमा का ध्यान नहीं दिया जा रहा है । सरकार की ओर से भी इस परियोजना की कोई जिम्मेदार संस्था या कोई अधिकारी इसको गंभीरता से नहीं ले रहा है। निर्माणाधीन कम्पनीयां मनमानी पर उतारू हैं। और खुद निर्माण कार्य करने के बजाय पेटी कॉन्टैक्टर को दे रहे हैं । जो जगह जगह सड़क खोद तो‌ देते हैं पर उसको बनाना भूल जाते हैं । पंवार ने कहा जनप्रतिनिधि भी 2027 के चुनाव को देखते हुए धीमी गति से हो रहे कामों पर खामोश हैं जबकि निर्माणधीन कम्पनीयों का जून 2025तक यह कार्य किया जाना है लेकिन धीमी गति से हो रहे कार्य को देखकर ऐसा लगता नहीं है । यह प्रौजेक्ट अभी लंबा खिंचवाया जा रहा है ताकि 2027के चुनाव में इसका फायदा मिलेगा । लोगों की समस्यायों से जनप्रतिनिधियों को कोई लेना देना नहीं है। पंवार ने निर्माणधीन कम्पनीयों को चेतावनी देते हुए कहा कि अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाओ । नहीं तो इन कम्पनियों के कार्यालय पर ताला जड़ दिया जाएगा।

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