उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद द्वारा उत्तराखंड के शहीद स्थल के सभागार में संरक्षक आ नवनीत गुंसाई की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड क्रांति दल के युवा नेता आशुतोश नेगी का सम्मान समारोह आयोजित एवं अभिनंदन किया गया। इससे पहले परिषद ने उत्तराखंड के शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
इस अवसर पर यूकेडी की केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रमिला रावत ने बताया कि जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने पर किस तरह भाजपा की उत्तराखंड सरकार द्वारा उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजा गया। जनता के संघर्षों के परिणाम स्वरूप न्यायालय को उन्हें जमानत देनी पड़ी।
इस अवसर पर आशुतोष नेगी ने संघर्षशील जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि संयुक्त परिषद द्वारा उनका सम्मान किए जाने से उनका मनोबल बढ़ा और भविष्य में उत्तराखंड में भाजपा के कुशासन के खिलाफ व्यापक राजनीति बनाई जाएगी। परिषद के संरक्षक नवनीत गुसाईं ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आपसी एकता के बल पर हम भाजपा के खिलाफ लड़ सकते है। सी0पी0एम0 सचिव अनन्त आकाश ने कहा कि भाजपा विरोधी सभी विचार धाराओं को साझा कार्यक्रम को लेकर एकजुट होकर संघर्ष करते हुए भाजपा की कॉरपोरेट एवं सांप्रदायिक के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना होगा । तभी भाजपा को आगामी विधान सभा चुनाव में सत्ता से बाहर किया जा सकता है। यूकेडी के केंद्रीय महामंत्री लताफ़त हुसैन एवं प्रवक्ता जब्बर सिंह पॉवेल ने जनता की एकता पर बल दिया। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के उपस्थित नेताओं ने परिषद का आभार व्यक्त किया तथा सम्मान सभा में उत्तराखंड आंदोलन संयुक्त परिषद ने 2027 में क्षेत्रिय दलों की पहल पर जोर देते हुए वर्तमान दमनकारी अहंकारी भ्रष्टाचारी सरकार के खिलाफ संकल्प लेकर उन्हें सत्ता से बाहर फेंकने का वचन दिया है। इस समारोह में सुभागा फस्र्वाण, साधना देवी अधिवक्ता, सत्या डोगरा, सीमा देवी मधु ठाकुर, राजकली, पुष्पा देवी, प्रियंका रानी, मधु नेगी, सरोज, सर्वश्री देवचन्द उत्तराखंडी, अनंत आकाश, नवनीत गुसाईं, बलबीर नेगी, चिंतन सकलानी, सुरेश कुमार, त्रिलोक सिंह, वीर सिंह पंवार, कुशाल गाड़िया, रमेश बौडाई, पंकज चैहान, अमित पंवार कालेश्वर नेगी, जबर सिंह पावेल, अरुण डोंडियाल, शंभु अंसारी, उपेन्द्र, डीडी पंत, रामपाल, प्रभात डंडरियाल, सहित अनेकों संगठनों के पदाधिकरी/कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन यूकेडी की वरिष्ठ नेत्री प्रमिला रावत ने किया।