बेरोजगारों पर एक तरफ लाठियां, दूसरी तरफ धामी की संयम रखने की अपील

देहरादून____उत्तराखंड राज्य की नींव रखने वाले युवा शक्ति आज सड़कों पर लाठी-डंडे का शिकार हो रहे हैं। कल रात और आज जिस तरह से दून पुलिस ने बेरोजगारों पर लाठियां भांजी जिसमें कई घायल भी हुए ।उससे1994 की याद ताजा कर दी ।जब राज्य आंदोलन के दौरान पुलिस की बर्बरता देखने को मिलती थी। जहां एक ओर राज्य के बेरोजगार भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से गांधी पार्क में धरना दे रहे थे। अचानक पुलिस ने रात को बलपूर्वक आंदोलनकारियों के साथ जो दुर्व्यवहार किया । विरोध स्वरूप सैकड़ों बेरोजगारों ने आज राजपुर रोड पर चक्का जाम कर रहे थे। आक्रोशित बेरोजगारों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। और बेरोजगारों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। वहीं दूसरी ओर सुबह के मुख्य पुष्कर सिंह धामी बेरोजगारों से संयम रखने की अपील कर रहे हैं।

शांतिपूर्ण ढंग से चल रहे इस आंदोलन में कुछ असामाजिक तत्व कहां से आए, जिन्होंने पुलिस बल पर पथराव किया। यह जांच का विषय हो सकता है । लेकिन जिस बर्बरता से पुलिस ने कार्यवाही की, उसकी चौतरफा निंदा हो रही है । मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस और उत्तराखंड क्रांति दल युवाओं के समर्थन में खुलकर सड़कों पर आकर युवाओं के साथ खड़ी नजर आ रही है । इस घटना पर राजनीति होनी भी लाजमी है। आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आज बेरोजगार भाजपा सरकार से न्याय की मांग कर रहे हैं, तो उन्हें लाठी-डंडों का सामना करना पड़ रहा है । घटना की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में जिस तरह हिटलरशाही देखने को मिल रही है। वैसे हिटलर साई अंग्रेजों के शासन में भी नहीं सुनी थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बेरोजगारों की मांग जायज है । बेरोजगारों की इस न्यायोचित मांग का कांग्रेस समर्थन करती है । उन्होंने युवाओं से संयम रखने की अपील की । वहीं यूकेडी के प्रदेश प्रवक्ता शिव प्रसाद सेमवाल ने भी बेरोजगारों पर हुई पुलिस कार्रवाई की निंदा की । उन्होंने कहा कि राज्य की नींव रखने वाले युवा आज दर-दर भटक रहे हैं ,उनके साथ खिलवाड़ हो रहा है। वह अपने हक की मांग करते हैं तो उन्हें लाठी डंडे खाने पड़ते हैं । सरकार की इस दमनकारी नीति के खिलाफ उक्रांद अपना संघर्ष जारी रखेगी। सरकार की इस कार्रवाई से बेरोजगारों में आक्रोश है । और चौतरफ़ा पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा हो रही है। हालांकि सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं से संयम रखने की अपील की है। उन्हें किसी के बहकावे में ना आने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के युवाओं के हित की रक्षा के लिए पूरी तरह सजग है । पहले से हमने किसी भी भर्ती घोटाले को ना दबाया है ,और ना छुपाया है। जितने भी मामले सामने आए हमने उनकी जांच करा कर जितने भी दोषी हैं सभी को जेल भेजा है । सरकार दूध का दूध और पानी का पानी करेगी। जो भी हो बेरोजगारों के इस आंदोलन से सरकार भी चिंतित और सहमी‌ हुई है।