नई दिल्ली। बीड़ी होने से मना करने पर 18 साल के लड़के पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। गंभीर हालत में अरुण (18) को एलबीएस अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। गाजीपुर थाना पुलिस ने पहले कातिलाना हमले का केस दर्ज किया था, जिसे लड़के की मौत के बाद हत्या में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने वारदात मे शामिल 15 से 17 साल के चार नाबालिगों को पकड़ लिया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि वारदात के समय ये नशे में थे। पुलिस के मुताबिक, अरुण परिवार के साथ मुल्ला कॉलोनी के पास पेपर मार्केट की झुग्गी में रहते थे। वह मूल रूप से यूपी के बहराइच से थे।
अरुण गुजरात में एक नमकीन की फैक्ट्री में काम करते थे, जो पांच दिन पहले ही छुट्टी लेकर परिवार से मिलने यहां आए थे। वह मंगलवार शाम 6:45 बजे अपने छोटे भाई और गांव के दो अन्य लड़कों के साथ पेपर मार्केट के करीब से गुजर रहे थे। इसी दौरान चार लड़के मिले। अरुण के 16 साल के छोटे भाई ने पुलिस को बताया कि वे लड़के भाई अरुण से बीड़ी मांगने लगे, जिन्होंने बीड़ी होने से इनकार किया। लड़के बीड़ी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने लगे। बहस होने लगी तो एक लड़के ने ईंट उठाकर उनके गांव के लड़के को मार दी। दो लड़कों ने अरुण को पकड़ा और चौथे ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। अरुण लहूलुहान होकर गिर पड़े। चारों लड़कों को पकड़ने की कोशिश की, जो फरार हो गए। अरुण एलबीएस अस्पताल ले जाया गया, जहां देर रात उनकी मौत हो गई।
एसएचओ धीरज सिंह की देखरेख में बनी एएसआई संजीव कुमार और सुरेंद्र सिंह की टीम ने चारों आरोपियों को पकड़ लिया, जो नाबालिग निकले। पुलिस इनकी काउंसिलिंग कर रही है, जिनसे वारदात में इस्तेमाल चाकू अभी बरामद नहीं हुआ है। ये सभी स्कूल ड्रॉप आउट हैं, जो आसपास की मंडियों में छोटा-मोटा काम करते हैं। इनके घरवाले भी मछली या चाय बेचने का काम करते हैं। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद अरुण की बॉडी परिजनों को सौंप दी है।