देहरादून __विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री धाम की यात्रा अब सुगम होने जा रही है ।तीर्थयात्री अब रोपवे मार्ग से खरसाली से यमुनोत्री मंदिर के दर्शन 20मिनट में कर सकेंगे । इसके लिए तीर्थयात्रा और पर्यटन की दृष्टि से आज का दिन महत्वपूर्ण रहा । आज मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की मौजूदगी में पर्यटन विभाग और निजी कंपनी एस. आर .एम इंजीनियरिंग एवं एफआईएल इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड के बीच अनुबंध किया गया । लेफ्टिनेंट कमांडर दीपक खंडूरी( से .नि.)निदेशक ,अवस्थापना एवं अविरल जैन ने एम.ओ.यू हस्ताक्षरित किया गया।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा कि इस रोपवे परियोजना के बनने के बाद श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम के दर्शन करने में सुगमता होगी। अभी पैदल मार्ग से यमुनोत्री धाम पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को जो दो से चार घण्टे का समय लग जाता है, वह रोपवे बन जाने के बाद मात्र 15 से 20 मिनट में श्रद्धालु यमुनोत्री के दर्शन के लिए पहुंच जायेंगे।इस रोपवे परियोजना के पूर्ण होने पर श्रद्धालुओं को तो सुविधा मिलेगी ही साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों के रोजगार के संसाधन भी बढ़ेंगे।पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि खरसाली से यमुनोत्री धाम तक बनने वाला यह रोपवे मां यमुना के ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन धामों को एक साथ जोड़ने एवं उत्तराखण्ड में धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं में एक और नये अध्याय का कार्य करेगा। परियोजना का क्रियान्वयन तय सीमा में पूर्ण किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। यमुनोत्री धाम के लिए 3.३८ किलोमीटर लंबाई का यह रोपवे मोनोकेबिल डटैच्चएबल प्रकार का होगा। जिसका निर्माण यूरोपीय मानकों के अनुसार फ्रांस और स्विट्जरलैंड की तर्ज पर किया जाएगा । इस रोपवे की क्षमता 1 घंटे में लगभग 500 लोगों को ले जाने की होगी । रोपवे के एक कोच की क्षमता 8 लोगों को ले जाने की होगी । यह रोपवे में पर्यटन विभाग द्वारा पीपीपी मोड पर निर्मित किया जाना प्रस्तावित है । यमुनोत्री को रोपवे से जोड़ने के साथ ही पार्किंग, आवासीय व्यवस्था ,रेस्टोरेंट का निर्माण भी प्रस्तावित है । लगभग 166 .82 करोड रुपए की लागत से बनने वाले रोपवे का लोअर टर्मिनल खरसाली में 1.787 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जाएगा। जबकि अप्पर टर्मिनल 0.99हेक्टेयर भूमि पर बनाया जाएगा ।इस अवसर पर विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल ,अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ,अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सहासिक विंग ) कर्नल अश्वनी पुंडीर (से.नि.)अपर निदेशक पर्यटन पूनमचंद, साहसिक खेल अधिकारी सीमा नौटियाल उपस्थित थे।