ड्रग कंट्रोलर ने दवा कारोबारियों से किया इन्वेस्टर्स समिट के दौरान नए निवेश का अनुरोध
देहरादून। उत्तराखण्ड के ड्रग कंट्रोलर ताजबर जग्गी ने कहा कि उत्तराखंड में बनी दवाएं दुनिया के कई देशों में निर्यात होती हैं। ऐसे में राज्य के दवा निर्माताओं को दवा निर्माण में मानकों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने इस दौरान दवा निर्माता कंपनियों से राज्य में निवेश बढ़ाने का भी अनुरोध किया। राजपुर रोड स्थित होटल में आयोजित कार्यशाला के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में 350 से अधिक दवा निर्माण इकाइयां हैं और पिछले साल ही राज्य से 11 हजार करोड़ से अधिक की दवाएं दुनिया के अनेक देशों में निर्यात की गई हैं।
ऐसे में सभी दवा निर्माता कंपनियों को दवा निर्माण के दौरान जीएमपी यानी गुड प्रैक्टिस का पालन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश में बनी दवाओं को कई देशों में बदनाम करने के प्रयास किए गए। ऐसे में दवाओं के निर्माण में शेड्यूल एम का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए। कार्यशाला में अशोक विंडलास, प्रमोद कलानी, विनोद कलानी, संजय सिकारिया, अनिल शर्मा, अमित गर्ग, सहित अनेक फार्मा उद्यमी मौजूद रहे।
दवा यूनिटों से किया निवेश का अनुरोध
कार्यशाला के दौरान ड्रग कंट्रोलर ताजबर जग्गी ने राज्य के सभी दवा कारोबारियों से इन्वेस्टर्स समिट के दौरान अपने कारोबार को बढ़ाने के साथ ही नए निवेश का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में जल्द ही दवा कारोबारियों के साथ बैठक की जाएगी और फिर एमओयू की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार फार्मा सेक्टर को हर सुविधा उपलब्ध करा रही है। ऐसे में दवा कारोबारियों को राज्य में अपने कारोबार को विस्तार देते हुए नए निवेश प्रस्ताव देने चाहिए।