नई दिल्ली। वनडे विश्व कप 2023 में भारत ने लगातार छठा मैच जीत लिया है। इस टूर्नामेंट में भारत के अजेय रहने का सिलसिला जारी है। भारत ने इंग्लैंड को 100 रन से हरा दिया। इस मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट खोकर 229 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम सिर्फ 129 रन पर सिमट गई और मैच हार गई।
इस विश्व कप में पहली बार भारत ने पहले बल्लेबाजी की और टीम इंडिया इस मैच में बड़ा स्कोर नहीं बना पाई। इस मैच में भारत को हार्दिक पांड्या की कमी खली। वह चोट के चलते टीम से बाहर हैं और भारतीय टीम संतुलित नहीं है। हार्दिक को बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में चोट लगी थी। वह सिर्फ तीन गेंद करने के बाद चोटिल हो गए थे। हालांकि, भारत ने वह मैच आसानी से अपने नाम किया। भारत का अगला मैच धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ था। इस मैदान में तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है और भारत तीन गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरा। शमी ने पांच विकेट लिए और भारत ने चार विकेट से मैच अपने नाम किया। इंग्लैंड के खिलाफ भी भारतीय टीम छह बल्लेबाज और पांच गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरी और यहां भारत मुश्किल में फंस गया।
पहली पारी में जब भारत ने 229 रन बनाए थे तो ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड की टीम आसानी से मैच जीत लेगी, लेकिन भारतीय तेज गेंदबाजों के इरादे कुछ और ही थे। शुरुआत बुमराह ने की। उन्होंने डेविड मलान और जो रूट को लगातार गेंदों में आउट किया। इंग्लैंड पर थोड़ा दबाव बना और कप्तान रोहित ने पिछले मैच में पांच विकेट लेने वाले शमी को गेंद थमा दी। शमी ने बुमराह के साथ मिलकर दबाव दोगुना कर दिया और बेयरस्टो-स्टोक्स को आउट किया। 39 रन पर इंग्लैड के चार विकेट गिर गए और यहीं से भारत की जीत तय हो गई थी। बीच के ओवरों में कुलदीप और जडेजा ने अपना काम बखूबी किया और रन रोकने के साथ विकेट भी लिए। अंत में तेज गेंदबाजों ने और विकेट लिए भारत की जीत तय की।
इस विश्व कप में इंग्लैंड की बल्लेबाजी पूरी तरह फेल रही है। अधिकतर मौकों पर यह टीम छोटे स्कोर पर सिमटी है और इस मैच में भी ऐसा ही हुआ। 230 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड के पास जीत हासिल करने का आसान मौका था। हालांकि, इंग्लैंड के बल्लेबाज कोई जज्बा नहीं दिखा सके। भारतीय गेंदबाज अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे और इंग्लैंड के किसी भी खिलाड़ी ने उनकी लय खराब करने की कोशिश नहीं की। न तो किसी बल्लेबाज ने आक्रामकता दिखाई इसी वजह से इंग्लैडं की टीम भारत के सामने कोई चुनौती नहीं पेश कर पाई।