लूटे गए माल की बरामदगी पर बदमाशों से राज उगलवायेगी दून पुलिस
सितम्बर में दिया जाना था रिलायंस ज्वैलरी शोरुम में लूट की घटना को अंजाम
प्रॉपर रैकी न होने व रास्तों की जानकारी न होने के कारण अभियुक्त नही दे पाये थे घटना को अंजाम
देहरादून। राज्य स्थापना नौ नवंबर के दिन दून में हुई करोड़ों के सोना-हीरा लूट की घटना में गिरफ्तार किये गए चार अन्य आरोपियों को जेल भेज दिया गया। दो दिन पहले इन्हें बिहार से गिरफ्तार किया गया था। रिलायंस ज्वैलरी शो रूम लूट प्रकरण में बिहार से ट्रांजिट रिमाण्ड पर लाये गये चार आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया। न्यायालय के आदेशानुसार सभी चारों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
पूछताछ में मुख्य अभियुक्त अभिषेक के बताया गया कि अप्रैल में रायगंज पश्चिम बंगाल में की गयी घटना के बाद वे सभी बिहार में छुप गये थे। उसके बाद गैंग के ऑपरेटर द्वारा वर्चुअल कॉल के माध्यम से उससे सम्पर्क कर उसे पहले लखनऊ पहुँचने के लिए कहा गया, उसके बाद देहरादून में घटना करने की योजना की जानकारी देकर देहरादून भेजा। देहरादून में उसे गैंग के अन्य सदस्य प्रिंस, विक्रम व अन्य लोग मिले। योजना के मुताबिक उन्हे सितम्बर माह में घटना को अंजाम देना था, पर उस समय घटनास्थल की प्रॉपर रैकी न होने तथा रास्तों की सही जानकारी न होने के कारण वे लोग घटना को अंजाम नही दे पाये।
अभियुक्त से घटना के संबंध और अधिक जानकारी लेने के लिये उसका पुलिस कस्टडी रिमांड लिया जाएगा। 15 दिन बाद भी पुलिस लूटे गए सोना-हीरा को बरामद नहीं कर पाई है। राष्ट्रपति के दौरे के दिन हुई सरेआम डकैती के इस मामले में दून पुलिस विभिन्न राज्यों में दबिश दे रही है। इस मामले में विपक्ष के नेता लगातार कानून व्यवस्था पर कड़े प्रहार कररहे हैं।