चमोली। चीन सीमा से लगा अंतिम गांव नीती इस वर्ष डबल लेन सड़क से जुड़ जाएगा। इन दिनों सड़क के चौड़ीकरण का काम अंतिम चरण में है। मलारी से नीती गांव (17.35 किमी) तक कहीं हिल कटिंग तो कहीं डामरीकरण कार्य किया जा रहा है। निर्माण में जुटी ओसिस कंपनी के अधिकारियों ने इस वर्ष के अक्तूबर माह तक सड़क का डबल लेन कार्य पूर्ण करने का दावा किया है। इस सड़क के डबल लेन में तब्दील होने से स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही सीमा पर मुस्तैद सेना व आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही भी सुगम हो जाएगी। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की कार्यदायी संस्था ओसिस कंपनी की ओर से वर्ष 2021 में मलारी से नीती गांव तक 17.35 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण कार्य शुरू किया गया।
विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच गमशाली से नीती गांव तक चट्टानी भाग की कटिंग कर मजदूरों की ओर चौड़ीकरण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन दिनों कैलाशपुर गांव के हनुमान मंदिर के समीप चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। यहां करीब 80 मीटर तक हिल कटिंग का काम किया जाना है। ओसिस कंपनी के प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि सड़क पर करीब 15 किमी तक डामरीकरण पूरा कर लिया गया है। शेष ढाई किमी का काम भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। इस सड़क से सीमा क्षेत्र के कैलाशपुर, फरकिया, बांपा, गमशाली और नीती गांव जुड़े हैं। इसी वर्ष अक्तूबर माह तक सड़क का डबललेन का काम पूरा कर लिया जाएगा। संवाद
नीती गांव की सड़क के डबल लेन बनने से टिम्मरसैंण गुफा में विराजमान बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को आवाजाही में दिक्कतें नहीं होंगी। ओसिस कंपनी के प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि नए साल पर टिम्मरसैंण महादेव के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, जिसे देखते हुए दो दिनों तक डबल लेन का काम रोका गया था।