मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर आज ‘भारत बंद’, बसपा और आरजेडी समेत कई दलों ने किया समर्थन 

जानिए क्या है भारत बंद करने वालों की मांग

सपा पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किया भारत बंद का समर्थन

कई जिलों से आ रही प्रदर्शन और रोड जाम की सूचनाएं

नई दिल्ली। दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर आज ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। भारत बंद का बसपा, आरजेडी और चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी समेत कई दलों ने समर्थन किया है। बिहार में भारत बंद का असर देखा जा रहा है। कई जिलों में प्रदर्शन और रोड जाम की सूचनाएं आ रही हैं।

संगठन ने हाल में सुप्रीम कोर्ट की सात न्यायाधीशों की पीठ द्वारा सुनाए गए फैसले के प्रति विपरीत दृष्टिकोण अपनाया है, जो उनके अनुसार, ऐतिहासिक इंदिरा साहनी मामले में नौ न्यायाधीशों की पीठ द्वारा लिए गए फैसले को कमजोर करता है, जिसने भारत में आरक्षण की रूपरेखा स्थापित की थी। एनएसीडीएओआर ने सरकार से अनुरोध किया है कि इस फैसले को खारिज किया जाए क्योंकि यह अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के संवैधानिक अधिकारों के लिए खतरा है। संगठन एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण पर संसद द्वारा एक नये कानून को पारित करने की भी मांग कर रहा है जिसे संविधान की नौवीं सूची में समावेश के साथ संरक्षित किया जाए।

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर बुधवार को आहूत ‘भारत बंद’ का समर्थन किया और कहा कि ऐसे जन आंदोलन बेलगाम सरकार पर लगाम लगाते हैं। यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक टिप्पणी में कहा, ‘‘आरक्षण की रक्षा के लिए जन-आंदोलन एक सकारात्मक प्रयास है। ये शोषित-वंचित के बीच चेतना का नया संचार करेगा और आरक्षण से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ के खिलाफ जन शक्ति का एक कवच साबित होगा। शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकार होता है।’’ उन्होंने इसी संदेश में कहा, ‘‘ बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जी ने पहले ही आगाह किया था कि संविधान तभी कारगर साबित होगा जब उसको लागू करनेवालों की मंशा सही होगी। सत्तासीन सरकारें ही जब धोखाधड़ी, घपलों-घोटालों से संविधान और संविधान द्वारा दिये गये अधिकारों के साथ खिलवाड़ करेंगी तो जनता को सड़कों पर उतरना ही होगा। जन-आंदोलन बेलगाम सरकार पर लगाम लगाते हैं।

हाजीपुर के कई जगहों पर प्रदर्शन

 पटना राजधानी से उत्तर बिहार के जोड़ने वाली मुख मार्ग हाजीपुर पटना को पूरे तरीके से सील कर दिया गया है। हाजीपुर के जगह-जगह मुख्य मार्ग पर लोग सड़क जाम कर हंगामा कर रहे हैं।

कटिहार में भी भारत बंद का असर

कटिहार में भी भारत बंद का असर देखा जा रहा है। भीम सेना द्वारा शाहिद चौक पर प्रदर्शन किया। बंद का कटिहार में मिला जुला असर देखने को मिल रहा है।

पटना में भी भारत बंद का असर

पटना में भी भारत बंद का असर देखा जा रहा है।  प्रदर्शन को लेकर पटना जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। बैरिया में माले  समर्थकों ने टायर जलाकर आगजनी की। सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं। जिससे  यातायात बाधित हो गई है।

भरतपुर और भीलवाड़ा में भारत बंद का असर

राजस्थान के भरतपुर और भीलवाड़ा में भारत बंद का असर देखा जा रहा है। सुबह से ही दुकानें बंद हैं। सुबह से ही बाजारों में सन्नाटा छाया हुआ है। पुलिस और प्रशासन की बैठक के बाद आज किसी भी व्यापारी ने अपने प्रतिष्ठानों को नहीं खोला सुरक्षा व्यवस्था की बात की जाए तो चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस के अधिकारी लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

बेगूसराय में भी भारत बंद का असर

बेगूसराय में भी भारत बंद का असर देखा जा रहा है। प्रदर्शनकारी बंद समर्थकों ने दिल्ली से गुवाहाटी जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग 31 को कई जगह जमकर दिया और सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की।

आरा रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पर बैठे प्रदर्शनकारी, ट्रेन सेवााएं प्रभावित

भारत बंद का असर सुबह से ही आरा में दिखने लगा है। इसी कड़ी में आज बंद समर्थकों ने आरा रेलवे स्टेशन डाउन लाइन पर पटना की तरफ जा रही एक स्पेशल ट्रेन को रोक घंटों रेल परिचालन को पूरी तरह से बाधित कर दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। इस दौरान आरा रेलवे स्टेशन पर ट्रैक पर बैठ बंद समर्थकों ने जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं रेल परिचालन बाधित होने से आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सहरसा के सभी मुख्यमार्ग बंद

 बिहार में भारत बंद का बड़ा असर देखा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने सहरसा के सभी मुख्यमार्ग बंद कर दिए हैं। आक्रोशित लोग सड़क नारेबाजी कर रहे हैं।

दरभंगा में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को रोका

बिहार में भारत बंद का ज्यादा असर देखा जा रहा है। आज भारत बंद के दौरान एससी एसटी समाज के बैनर तले लोगों ने दरभंगा से दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया है। पटरी पर बैठ कर लोग नारेबाजी कर रहे हैं।

मधुबनी में रेल से लेकर सड़क तक यातायात बाधित

मधुबनी में प्रदर्शनकारियों ने  रेल से लेकर सड़क तक जामकर यातायात बाधित कर दिया है। मधुबनी ,जयनगर ,झंझारपुर में ट्रेन रोक कर रेल पटरी पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं  सभी NH और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों को जाम कर सुप्रीम कोर्ट के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए फैसले को वापस लेने की मांग की।

नवादा में टायर जलाकर प्रदर्शन

बिहार के नवादा में प्रदर्शनकारी टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर रोड जाम की सूचना है।

आरा पटना मुख्य मार्ग के बाईपास जाम

भारत बंद का असर सुबह से ही बिहार में दिखने लगा है। इसी कड़ी में आज आरा पटना मुख्य मार्ग के बाईपास पर भाकपा माले के नेता और कार्यकर्ताओं ने सड़क को पूरी तरह से जाम कर दिया है और आवागमन को बाधित कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। बंद के कारण आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।इस बीच जिले के कई अन्य जगहों से भी बंद के समर्थकों ने सड़कें जाम कर दी है और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।

पूर्णिया के कई इलाकों में भारत बंद का असर

आरक्षण के मुद्दे को लेकर भारत बंद का असर पूर्णिया में भी देखने को मिल रहा है। पूर्णिया में सुबह-सुबह भीम सेना और आरक्षण बचाओ मुहिम के लोगों द्वारा विभिन्न चौक चौराहा पर बंद कराते हुए देखा गया। इस दौरान कई बार लोगों से झड़प भी हुई। पूर्णिया के गिरजा चौक आर एन साह चौक, पंचमुखी मंदिर, पोलटेक्निक चौक गुलाबबाग आदि में बंद का असर देखा गया जहां बंद समर्थको ने टायर जला कर सड़क को जाम कर दिया।

भरतपुर बाज़ार बंद

भारत बंद के चलते भरतपुर बाज़ार भी है पूर्ण रूप से बंद। यहां पर सुबह से भारत बंद का असर देखा जा रहा है।

जहानाबाद के भारत बंद को लेकर एरकी गांव के समीप पटना-गया मुख्य सड़क मार्ग NH-83 को कर रखा जाम, केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ जमकर की नारेबाजी।

भारत बंद का असर बिहार के नवादा में सुबह से देखने को मिल रहा है। हालांकि सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर आंदोलन कारियों द्वारा सख्ती बरती जा रही है। अनुसूचित जाति/जनजाति संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष संजय पासवान उर्फ डीसी के नेतृत्व में शहर के प्रजातंत्र चौक, सद्भावना चौक के अलावा सभी जगहों पर शांतिपूर्ण आंदोलन किया जा रहा है। यह फैसला हमलोगों को आपस में लड़वाने का काम किया जा रहा है।

जहानाबाद -भारत बंद के दौरान बंद समर्थक और पुलिस में हुई हाथपाई, पुलिस ने 5 लोगो को लिया हिरासत में,जाम को कराया समाप्त,नगर थाना क्षेत्र के ऊंटा मोड़ के समीप 2 घंटे से कर रखा था सड़क जाम।

मायावती ने भारत बंद का समर्थन किया है। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि बीएसपी का भारत बंद को समर्थन, क्योंकि भाजपा व कांग्रेस आदि पार्टियों के आरक्षण विरोधी षडयंत्र एवं इसे निष्प्रभावी बनाकर अन्ततः खत्म करने की मिलीभगत के कारण 1 अगस्त 2024 को SC/ST के उपवर्गीकरण व इनमें क्रीमीलेयर सम्बंधी मा. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध इनमें रोष व आक्रोश। इसको लेकर इन वर्गों के लोगों द्वारा आज ’भारत बंद’ के तहत सरकार को ज्ञापन देकर संविधान संशोधन के जरिए आरक्षण में हुए बदलाव को खत्म करने आदि की माँग जबरदस्त, जिसे बिना किसी हिंसा के अनुशासित व शान्तिपूर्ण तरीके से किये जाने की अपील।

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति समेत कई दलित संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है। भारत बंद को कई राजीनितक दल भी समर्थन कर रहे हैं। इनमें बसपा, आरजेडी, चंद्रशेखर आजादा की आजाद समाज पार्टी समेत कई छोटे दल भी शामिल हैं।

जहानाबाद – SC-ST के आरक्षण में क्रिमीलेयर लागू करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के विरोध में आज भारत बंद, बंद के दौरान समर्थकों ने ऊंटा मोड़ के समीप NH-83 को किया जाम, जाम से अभ्यर्थियों को हो रही है सबसे ज्यादा परेशानी, एनएच-83 पर लगी वाहनों की लंबी कतार

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भारत बंद के आह्वान के बावजूद सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल, कॉलेज, पेट्रोल पंप चालू रहेंगे। इसके अलावा, आपातकालीन सेवाएं जैसे चिकित्सा, पेयजल, सार्वजनिक परिवहन, रेल सेवाएं और बिजली सेवाएं खुली रहेंगी।

विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने वाले समूह ने सभी व्यापारिक संगठनों से बाजार बंद रखने का आग्रह किया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि बाजार वास्तव में बंद होंगे या नहीं। क्योंकि बाजार समितियों से इसकी पुष्टि नहीं हुई है। भारत बंद से सार्वजनिक परिवहन और निजी कार्यालयों पर असर पड़ सकता है। एम्बुलेंस सहित आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी।

पूरे देश में आज भारत बंद है। संभावित अशांति की आशंका को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने जिलों में अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है। संवेदनशील क्षेत्र के रूप में पहचाने जाने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है।