दांतों की बीमारी से हो सकता है कई बीमारियों का खतरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ओरल हेल्थ दुनिया में सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है. बड़ी संख्या में बच्चे और युवा इससे पीडि़त हैं. सबसे खराब ओरल हेल्थ में भारतीय टॉप पर हैं. करीब 70 प्रतिशत स्कूली बचोंचे के दांतों में सडऩ की समस्या है, जबकि 90त्न तक वयस्क मसूड़ों की बीमारी से जूझ रहे हैं. मुंह की सफाई सही तरह न करने से कई खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं. दांतों में होने वाली किसी तरह की समस्या गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ाती है. ऐसे में चलिए जानते हैं दांतों की बीमारी से किन बीमारियों का खतरा होता है।

दांतों की समस्या से इन गंभीर बीमारियों का खतरा

1. डायबिटीज
इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन के अनुसार, खराब मसूड़े एक समय बाद ब्लड ग्लूकोज लेवल को प्रभावित करने लगते हैं, जो डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है. अगर कोई डायबिटीज का पहले से ही मरीज है तो उसकी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

2. दिल को खतरा
खराब डेंटल हेल्थ से ब्लड सर्कुलेशन में बैक्टीरियल इंफेक्शन बढ़ सकता है, जो हार्ट के वाल्व को प्रभावित कर सकता है. दांतों के टूटने के पैटर्न का दिल की धमनियों से कनेक्शन है. दांत की बीमारी दिल का मरीज बना सकती है. इससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, स्ट्रोक का खतरा रहता है।

3. कैंसर
वेब एमडी के अनुसार, खराब ओरल हेल्थ वालों में ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (॥क्कङ्क) से मुंह के इंफेक्शन का खतरा ज्यादा  होता है, जो बाद में माउथ कैंसर का कारण बन सकता है, ऐसे में ओरल साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए।

ओरल हेल्थ खराब होने से इन बीमारियों का भी खतरा
एंडोकार्डिटिस

निमोनिया

प्रेगनेंसी में प्रीमेच्योर बर्थ और जन्म के समय बच्चे का कम वजन

ऑस्टियोपोरोसिस

एचआईवी/एड्स

अल्जाइमर
ओरल हेल्थ बेहतर बनाने के लिए क्या करें
1. खट्टा खाने के 30 मिनट बाद तक ब्रश न करें. इससे दांतों को नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि खट्टे फल-जूस के बाद दांतों का इनेमल सॉफ्ट हो जाता है।

2. 45 डिग्री एंगल से 4 हिस्सों में बांटकर दांतों की अच्छी तरह सफाई करना चाहिए. टॉप लेफ्ट, टॉफ राइट, बॉटम लेफ्ट और बॉटम राइट पर करीब 30-30 सेकेंड तक ब्रश करें।

3. कच्चे और रेशेदार फल जैसे सेब, नाशपाती, गाजर ज्यादा से ज्यादा खाएं. ये सभी दांतों की सतह को स्क्रब कर प्लाक को बाहर निकाल सकते हैं।

4.सोडा, स्पोर्ट्स ड्रिंक और जंक फूड से जितना हो सके बचें, क्योंकि प्लाक के बैक्टीरिया इन सबी से ही अपना एसिड बनाते हैं, जो दांतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।