देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के तहत सीतामाता सर्किट की पदयात्रा करेंगे। दो दिन तक चलने वाली उनकी पदयात्रा देवप्रयाग से शुरू होकर पौड़ी के फलस्वाड़ी तक जाएगी। त्रिवेंद्र रावत के कार्यालय की ओर से जारी भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को वाहन से वह कोटद्वार पहुंचेंगे। मंगलवार को सिद्धबली मंदिर में पूजा के बाद सतपुली के समीप चोपड़ा गांव में आयोजित हो रहे. श्रीमद्भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञानयज्ञ में शिरकत करेंगे। बुधवार 22 नवंबर को त्रिवेंद्र वाहन से देवप्रयाग संगम पहुंचकर पूजा अर्चना करेंगे।
उसके बाद वह रघुनाथ मंदिर देवप्रयाग में पूजा करने के बाद पदयात्रा शुरू करेंगे। देवप्रयाग के रघुनाथ मंदिर से वह बाजार विदाकोटी, नागमंदिर होते हुए राइंका माताचौरी जाएंगे। वहां से वह मुछियाली पौड़ी पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन गुरुवार को त्रिवेंद्र मुछियाली स्थित सीतामाता मंदिर जाएंगे। यहां से घराकोट, जामलाखाल, घुड़दौड़ी, डांडापानी, कठूड़, गैर, नवन, कांडाचार, देवलधार होते हुए लक्ष्मण मंदिर देवल पहुंचेंगे। शुक्रवार को लक्ष्मण मंदिर देवल में पूजा करने के बाद कोरसाड़ा होते हुए सीतामाता परिपथ सर्किट यात्रा के स्वागत समारोह में शामिल होंगे। फलस्वाड़ी स्थित सीतामाता समाधि स्थल में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उनकी यात्रा का समापन हो जाएगा।