शहरी विकास एवं वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के एक युवक को सड़क पर मारने का वीडियो वायरल होने के बाद वे विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
महारा ने कहा की इस तरह की घटना लोकतंत्र के लिए एक बदनुमाँ दाग है जहां सत्तारूढ़ दल के मंत्री आम जनता को कीड़े मकोड़े की तरह समझते हैं। माहरा ने कहा के चुने हुए जनप्रतिनिधियों को इस तरह के कृत्य किसी भी सूरत में शोभा नहीं देते। कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार वायरल हो रहा वीडियो बानगी है । भाजपा के निरंकुश शासन की, वीडियो एक विभत्स नमूना है इस बात का कि सत्ता किस हद तक व्यक्ति को बेखौफ बेलगाम और अहंकारी बना सकती है। महारा ने कहा कि यदि प्रेमचंद अग्रवाल की पहली गलती पर ही भारतीय जनता पार्टी के आलाकमान ने संज्ञान लेते हुए नकेल कस दी होती तो आज भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता को प्रेमचंद अग्रवाल के इस कृत्य से मुंह छुपाने की और शर्मसार होने की जरूरत नहीं पड़ती। महारा ने यह भी कहा कि प्रेमचंद्र अग्रवाल कोई सड़क छाप या ऐरा गेरा व्यक्ति नहीं हैं वह विधानसभा अध्यक्ष जैसे गरिमामई पद पर रह चुके हैं, ,संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं ,वर्तमान में शहरी विकास मंत्री और वित्त मंत्री हैं। ऐसे में उनसे समाज एक जिम्मेदार सुलझे हुए और परिपक्व बर्ताव की अपेक्षा करती है।
महारा ने अंदेशा जताया कि हर बार की तरह इस बार भी भाजपाआलाकमान इस मामले का संज्ञान होने के बावजूद अनदेखा कर देगा। क्योंकि भाजपाइयों को सौ खून माफ है।
इससे पूर्व भी विधानसभा बैक डोर नियुक्तियों में जिन कर्मियों की नियुक्ति अग्रवाल ने बैकडोर से की थी ,उनको तो वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। रितु खंडूरी समेत समूची भाजपा अग्रवाल का बाल बांका नहीं कर पाई।
माहरा ने कहा कि यह अद्भर गगरी छलकत जाए वाली स्थिति है । जहां जरूरत से ज्यादा मिल जाने के बाद सोचने समझने की शक्ति खो देता है।
माहरा ने कहा कि अभी उत्तराखंड के चार धामों में क्यूआर कार्ड जैसा प्रकरण जिसने न सिर्फ उत्तराखंड को बल्कि हिंदू सनातन धर्म के मानने वालों की आस्था पर गहरी चोट करी हो वह मुद्दा थमा भी नहीं था कि यह नया प्रकरण उत्तराखंड राज्य को राष्ट्रीय पटल पर शर्मसार करने वाला आ गया है माहरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुन-चुन के कोयले की खदान से हीरे ढूंढ कर ला रही है, महारा ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह देखने वाली बात होगी कि हर बार की गलती की तरह क्या इस बार भी प्रेमचंद अग्रवाल को अभयदान मिल जाएगा।