चिंता का विषय- लव -जिहाद, __पुरोला का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ, गौचर में आज एक और नया मामला सामने आया।

उत्तरकाशी के पुरोला में नाबालिग किशोरी को भगाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि चमोली जिले के गौचर में मुस्लिम युवकों द्वारा हिंदू लड़की को बहला-फुसलाकर प्रेम जाल में फंसाने का मामला सामने आया है। लव जिहाद के मामले में उत्तरकाशी जिले में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है । वहीं अब नया मामला चमोली जनपद के गौचर से आया है

राज्य में लगातार एक समुदाय विशेष लैंड -जिहाद के साथ-साथ लव -जिहाद को बढ़ावा दे रहा है राज्य बनने के बाद मैदान तो मैदान अब पहाड़ भी सुरक्षित नहीं रहे ।इस प्रदेश में लगातार बाहरी मतदाताओं की संख्या तो बढी ही है। साथ ही गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार असम के बाद मुस्लिम समुदाय की संख्या में अब तक करीब 6 लाख से अधिक इजाफा हुआ, जो चिंता का विषय है ।नेता अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में देहरादून से दिल्ली तक चक्कर लगाते रहे । और प्रदेश की हालत बद से बदतर होती रही। ऐसे गंभीर मामलों को सरकारों ने नजरअंदाज किया जिसका खामियाजा अब सामने आने लगा है । बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या लगातार देहरादून हरिद्वार उधम सिंह नगर आदि जिलों में बड़ी संख्या में अवैध रूप से निवास कर रहे हैं । कुछ स्थानीय नेता / लोगों का समर्थन इन्हें मिल रहा है। जिस ओर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है। धामी सरकार ने अभी कुछ अवैध मजारों पर बुलडोजर चलाया जो नाकाफ़ी है। उन लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए उन अधिकारियों/ कर्मचारियों पर जिनकी नाक के नीचे यह अवैध निर्माण चल रहे थे । साथ ही अब मुस्लिम समुदाय के नौजवान पहाड़ की भोली-भाली नाबालिग़ लड़कियों को प्रेम जाल में फंसा कर जबरन धर्मांतरण करवा रहे हैं। अभी तक मैदानी इलाकों में इस तरह के मामले आए दिन सुनने और देखने को मिलते थे। अब पहाड़ की लड़कियां भी लव- जिहाद का शिकार हो रही हैं । उत्तरकाशी के पुरोला कस्बे और चकराता में मुस्लिम युवकों द्वारा नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसा कर भगाने का प्रयास किया, जिनको स्थानीय लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया। इस मामले में समूचे उत्तरकाशी जिले में लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। रोज धरने/ प्रदर्शन और बाजार बंद हो रहे हैं। वहीं आज एक और मामला चमोली जनपद के गौचर में सुबह करीब साढ़े आठ बजे का है । दो युवक एक होटल में ठहरने के लिए पहुंचे। साथ में एक लड़की भी थी, जिसे उन्होंने अपनी मौसी की बेटी बताया। शक होने पर होटल संचालक ने पुलिस बुला ली। इस बीच लड़की को लेकर एक युवक भाग निकला। जबकि दूसरे युवक असलम निवासी धरमपुरा सरधना, मेरठ (उत्तर प्रदेश) को लोगों ने पकड़ लिया। उसने अपने साथी का नाम गुलजार बताया। वह भी मेरठ का रहने वाला है और वर्तमान में रुद्रप्रयाग में जेसीबी चलाता है। गुलजार ने असलम को घूमने के लिए बुलाया था। असलम ने यह भी बताया कि लड़की नाबालिग है और रुद्रप्रयाग जिले के एक गांव की रहने वाली है।

पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि लड़की की उम्र को लेकर वास्तविक जानकारी जुटाई जा रही है। उसके स्वजन को बुलाया गया है। तहरीर मिलने पर आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर, स्थानीय व्यापारी, जनप्रतिनिधि व हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोग थाने में एकत्र हो गए और मामले को लव जिहाद से जुड़ा बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस घटना से चमोली और रुद्रप्रयाग जनपद में आक्रोश है। धामी सरकार ने धर्मांतरण को लेकर एक कठोर कानून बनाकर अपनी पीठ थपथपाई। जबकि वास्तविकता में पहाड़ों में जबरन धर्मांतरण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ।

ईसाई मिशनरी पहले से ही मसूरी, जौनपुर, टिहरी के घनसाली क्षेत्र ,चमोली के नागनाथ पोखरी, श्रीनगर ,पौड़ी ,नई टिहरी आदि क्षेत्र में धर्मांतरण करवा रहे हैं वही मुस्लिम समुदाय भी लव -जिहाद कर भोली भाली लड़कियों से जबरन धर्मांतरण करवा रहे हैं। केंद्र सरकार की गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में सीमांत राज्य में एक समुदाय विशेष के लोगों की संख्या में इतनी बढ़ोतरी पर चिंता जताई और राज्य सरकार इनको वोट बैंक के चलते खामोश है। जो चिंता का विषय है और भविष्य में इस प्रदेश की सुरक्षा के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है। सरकार को इस ओर ध्यान देना होगा।