देहरादून__विधानसभा से बर्खास्त 228 कर्मचारियों के समर्थन में आए पूर्व कानून मंत्री और भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी को कांग्रेसी नेता एवं समाजसेवी अभिनव थापर ने उन्हें अपना पत्र वापस लेने की नसीहत दी। कांग्रेसी नेता एवं समाजसेवी अभिनव थापर ने विधानसभा में भर्ती को नियम विरुद्ध बताते हुए कहा कि नौकरी देने वालों से रिकवरी की जाए।गौरतलब हो कि विधानसभा में 228 बर्खास्त कर्मचारियों के समर्थन में पूर्व कानून मंत्री एवं भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र भेजा । जिसमें उन्होंने विधानसभा से बर्खास्त कर्मचारियों से सर्वदलीय बैठक कर उनकी बहाली की मांग की है । स्वामी के द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे इस पत्र पर राजनीति भी शुरू हो गई है ।
आज सुब्रमण्यम स्वामी की इस पत्र को वापस लेने की मांग करते हुए कांग्रेसी नेता एवं समाजसेवी अभिनव थापर ने प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि स्वामी को उत्तराखंड के युवाओं से कोई लेना देना नहीं है। इसलिए उन्हें यह पत्र वापस लेना चाहिए । थापर ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा में राज्य गठन के बाद से ही नेताओं ने अपने करीबियों को नौकरियों पर लगाने का जो काम किया है । उसे उत्तराखंड का युवा कभी माफ नहीं करेगा । यह कृत्य यहां के बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ है ।इसलिए उन्होंने नैनीताल हाईकोर्ट में इसको लेकर एक पीआईएल लगाई है । उनकी मांग है कि जिन लोगों के द्वारा विधानसभा में नियम विरोध ,नियम विपरीत नियुक्ति की गई है ,नियुक्ति करने वालों से रिकवरी की जाए । साथ ही उनका कहना है कि राज्य गठन से लेकर अब तक यदि विधानसभा में नियमों के तहत नियुक्तियां हुई हैं ,तो उन्हें यथावत रखा जाए । और यदि किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति नियमों के विपरीत है, तो सभी को बर्खास्त किया जाना चाहिए।