डेंगू की रोकथाम, बचाव एवं जागरूकता को लेकर महापौर ने रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटीज, पार्षदों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ किया संवाद

महापौर ने सभी से मांगे डेंगू के विरुद्ध सुझाव

सभी ने एक स्वर में डेंगू के विरुद्ध नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की, जागरूकता पर दिया बल

नगर निगम द्वारा डेंगू की रोकथाम के लिए लगातार बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया है शहर में जगह-जगह स्प्रे,फॉगिंग के साथ विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरूक करने का व्यापक प्रयास किया जा रहा है । नगर निगम के सभी अधिकारियों/ कर्मचारियों के साथ खुद महापौर’ गामा’ फ्रंट फुट पर डेंगू के विरुद्ध इस अभियान में अपने-अपने स्तर से काम कर रहे हैं।

इसी कड़ी में आज महापौर सुनील उनियाल ‘गामा’ की अध्यक्षता में शहर के विभिन्न रेजीमेंट वेलफेयर सोसाइटीज, बुद्धिजीवी वर्ग, पार्षदों , एवं संबंधित समस्त विभागों के अधिकारी के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक नगर निगम के बोर्ड बैठक हाल में हुई। बैठक में डेंगू की रोकथाम एवं बचाव से संबंधित विषय पर विस्तार से चर्चा हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण सुझावों पर सभी एकमत दिखाई दिए ,नगर निगम द्वारा चलाए गए इस अभियान की सभी ने सराहना की।

इस दौरान शहर के अंतर्गत विभिन्न रेजिडेंशियल वेलफेयर सोसाइटीज के पदाधिकारियों ने अपने सुझाव साझा किये, साथ ही साथ रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटीज ने अपनी जिम्मेदारी के तहत डेंगू के विरुद्ध जन -जागरूकता कार्यक्रमों को अपने-अपने वेलफेयर सोसाइटी में भी व्यापक तौर से साझा किए जाने की बात कही। रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटीज के प्रतिनिधियों ने नगर निगम के डेंगू के विरुद्ध चल रहे अभियानों को सराहनीय बताकर कुछ बिंदुओं पर अधिक फोकस करने पर सुझाव दिए।

इस दौरान वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर एनएस बिष्ट ने डेंगू के विरुद्ध जागरूकता के तहत महत्वपूर्ण विषयों जैसे बुखार के दौरान मरीज के बीपी का विशेष ध्यान रखना, बीपी लो जाने पर खतरा बढ़ सकता है जिसे हाइपोटेंशन कहा गया है। बुखार के दौरान उल्टी आने पर इसे अधिक गंभीरता से लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सामान्यतःडेंगू पीड़ित को प्लेटलेट्स की आवश्यकता नहीं पड़ती, प्लेटलेट्स की कमी एक मिसकनसेप्शन की तौर पर भी फैल गई है। मरीज अगर समय से चिकित्सकीय सलाह ले ले, तो खतरा बहुत कम हो जाता है। एक अन्य भ्रांति के तहत उन्होंने कहा कि बकरी के दूध का सेवन करने से डेंगू का मरीज ठीक हो जाता है यह भी एक मिसकनसेप्शन है अधिकतर मरीज जिन्होंने डेंगू के दौरान बकरी के दूध का सेवन किया वह डायरिया की शिकायत से भी ग्रस्त हो जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डेंगू का मच्छर गंदे पानी में नहीं पनपता, डेंगू का मच्छर बहुत समझदार है वह साफ और ठहरे हुए पानी में ही फैलता है, सामान्य तौर पर यह किसी भी बर्तन के सतह पर अंडे देकर साफ पानी में लारवा का फैलाव करता है। इसी प्रकार उन्होंने डेंगू से संबंधित अन्य विषयों पर भी सभी रेजीडेंट वेलफेयर सोसाइटीज , समस्त विभागीय अधिकारियों एवं पार्षद गणों को भी अवगत करवाया।

इस दौरान महापौर सुनील उनियाल ‘गामा’ ने कहा कि नगर निगम लगातार डेंगू को लेकर गंभीर है और डेंगू के विरुद्ध विभिन्न अभियानों को अंजाम दे रहा है। हर क्षेत्र में लगातार फॉगिंग को बढ़ाने की बात हो या फिर कोरोना के समय इस्तेमाल में ले गए 3000 लीटर के टैंकों से डेंगू लार्वा स्प्रे का छिड़काव एवं पेपर पंपलेट या अन्य जागरूकता माध्यम से नगर वासियों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, नगर निगम हर प्लेटफार्म पर गंभीरता पूर्वक कार्य कर डेंगू के प्रभाव को न्यून करने हेतु प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह समय निश्चित ही चुनौती पूर्ण है परंतु हम सभी मिलकर डेंगू के विरुद्ध अपनी नागरिक जिम्मेदारी का पालन करेंगे तो हम डेंगू पर पूर्ण रूप से विजय प्राप्त कर लेंगे। महापौर ने कहा कि डेंगू का वायरस लगातार म्यूटेंट होकर यह होमली मच्छर के रूप में घरों में फैलाव करना चाहता है, फ्रिज के पानी की ट्रे पर, वाटर कूलर में पानी जमा होने पर, घर के बाहर बरामदे के आसपास पड़े खाली डब्बों पर, आवासीय परिसर में रखे पड़े पुराने टायरों पर, गमलों के नीचे रखी ट्रे पर, लंबे समय से स्थिर पानी को समेटे टंकियों पर कहीं भी यह डेंगू का मच्छर अपना लार्वा फैल सकता है। अगर हम अपने आवासीय परिसर या अपने ऑफिस के परिसर पर यह सुनिश्चित कर लेने की एक बूंद भी पानी अनावश्यक रूप से कहीं जमा न हो रहा हो और स्थिर ना हो तो हम डेंगू को आसानी से परास्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है हम एक आपदा के विरुद्ध लड़ रहे हैं, आरोप प्रत्यारोप के बजाय अगर हम सकारात्मकता से सहयोग कर डेंगू के विरुद्ध कार्य करेंगे तो हम एक अधिक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभा पायेंगे।

इस दौरान पूर्व उपाध्यक्ष ओबीसी आयोग एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष नगर निगम अशोक वर्मा ने महापौर सुनील उनियाल गामा’ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि नगर निगम संपूर्ण तत्परता से डेंगू के विरुद्ध कार्य कर रहा है एक आदर्श शहर वासी के रूप में हम सभी को भी सजग होना पड़ेगा तभी हम संपूर्ण रूप से डेंगू पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।

नगर आयुक्त मनुज गोयल ने कहा कि नगर निगम विभागों के साथ समन्वय बनाकर डेंगू के विरुद्ध कार्य कर रहा है। नगर निगम लगातार 100 वार्डों में फॉगिंग करवा रहा है, विभिन्न स्थानों तक पहुंच कर डेंगू लार्वा नष्ट करा रहा है और डेंगू लार्वा के प्रति लापरवाही दर्शा रहे लोगों पर चालान के माध्यम से कार्रवाई कर रहा है। नगर आयुक्त ने भी जागरूकता पर विशेष फोकस रखने की बात की।

बैठक में उपनगर आयुक्त रोहिताश शर्मा, उप नगर आयुक्त गोपाल बिनवाल,मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश खन्ना, रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी के प्रतिनिधि गणों में सरदार देवेंद्र पाल मोंटी (कार्यकारी अध्यक्ष एवं पार्षद), नरेश कुकरेती, एस भाटिया, एसके चावला इत्यादि। राज्य आंदोलनकारी संगठन के प्रदेश प्रवक्ता एवं जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, विभागों के अधिकारी:- जिला सूचना अधिकारी बद्री चंद, मंडी समिति से अजय डबराल, एएमए जिला पंचायत अंशिका स्वरूप, पी ओ उरेडा वंदना, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डॉक्टर आरके चतुर्वेदी, मुख्य पशु अधिकारी डॉक्टर विद्यासागर कापड़ी, जिला समाज कल्याण अधिकारी गोवर्धन सिंह, जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी मिथिलेश कुमार, क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी अजय सिंह, मुख्य उद्यान अधिकारी मीनाक्षी जोशी।
पार्षद दिनेश सती, भूपेंद्र कठैत, अनीता सिंह, दर्शन लाल बिंजोला, कमल थापा, योगेश, सुखबीर बुटोला इत्यादि उपस्थित रहे।