पुरोला नगर पंचायत अध्यक्ष पर सभासदों ने लगाए गंभीर आरोप, अध्यक्ष हरिमोहन नेगी लगातार विवादों में,

नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही, अब सभासदों द्वारा हरिमोहन नेगी पर कूट रचना कर सरकारी जमीन खुर्द- बुर्द करने व अपने चेहतों को करोड़ों रुपए की जमीन देने के आरोप सहित सरकारी भूमी पर होटल निर्माण की शिकायत डीएम से की गई जिलाधिकारी ने एसडीएम को कार्यवाही करने के आदेश जारी तो कर दिए, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी तहसील प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्यवाही करते नहीं दिख रहा। जिससे सभासदों में रोष व्याप्त है।


पुरोला नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी द्वारा विकास कार्यों में अनियमितता व भ्रष्टाचार के चलते शहरी विकास निदेशालय ने हरिमोहन नेगी के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए थे। इसी क्रम में सभासदों ने जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला को शिकायती पत्र लिखा जिसमें उन्होंने अध्यक्ष नगर पंचायत हरिमोहन नेगी पर आरोप लगाते हुए लिखा कि, नेगी ने नगर पंचायत कार्यालय से लगी सरकारी भूमी को बिना बोर्ड की सहमति और शहरी विकास निदेशालय व राजस्व प्रशासन की संस्तुति के बिना अपने चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए कूट रचना कर उक्त भूमी को अनैतिक व नियम विरुद्ध तरीके से दे दी जिस पर आज नियम विरुद्ध बिना नक्शा पास करवाए ही शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निमार्ण कार्य प्रगति पर है। साथ ही अध्यक्ष नगर पंचायत हरिमोहन नेगी का निजी होटल भी सरकारी भूमी पर बना हुआ है। साथ ही मरघट जाने वाले रास्ते पर भी अतिक्रमण किया हुआ है।उक्त मामले की गम्भीरता को देखते हुए व न्यायालय का अतिक्रमण पर आदेश को संज्ञान में लेते हुए, जिला अधिकारी अभिषेक रुहेला ने एसडीएम पुरोला देवानंद शर्मा को कार्यवाही करने के आदेश 23 सितंबर को जारी कर दिए,लेकिन स्थानीय प्रशासन तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्यवाही करते नहीं दिख रहा, साथ ही सफेद पोशों के दबाव में आकर अतिक्रमण हटाने के बजाय न्यायालय व डीएम के आदेशों को ताक पर रखकर तहसील प्रशासन पीपी एक्ट में अतिक्रमण का चालान कर इति श्री करने में जुटा है। वहीं इस मामले सभासदों ने तहसील प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि तहसील प्रशासन का रवैया ऐसा ही रहा तो उनको मजबूरन आमरण अनशन करना पड़ेगा।