राज्य आंदोलनकारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ दिया धरना।

आज *दिनांक 20-दिसम्बर को प्रातः 11-30 बजे गांधी रोड़ स्थित दीनदयाल पार्क मेँ उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत दो सूत्रीय मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया गया।
आज राज्य आंदोलनकारियों की दो मुख्य मांगों जिसमें चिन्हीकरण का जल्द निस्तारण व 10% क्षैतिज आरक्षण हेतु शीघ्र विधानसभा सत्र आहूत किया जाय साथ ही गत 02-अक्टूबर की माननीय मुख्यमन्त्री की मुजफ्फरनगर शहीद स्मारक की घोषणा के बाद भी एक सामान पेंशन का शासनादेश शीघ्र जारी करने हेतु धरना दिया गया। धरने की अध्यक्षता जगमोहन सिंह नेगी एवं संचालन पूरण सिंह लिंगवाल द्वारा किया गया।
बैठक मेँ राज्य आंदोलनकारियों ने मांगों को‌ लेकर सरकार पर आन्दोलनकारियों की मांगों को अनदेखा करने का आरोप लगाया । इस अवसर पर वक्ताओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार राज्य आंदोलनकारियों की मांग पर गंभीरता नहीं दिखा रही है । नहीं क्षैतिज आरक्षण हेतु अभी तक सत्र बुलाया और ना ही शासनादेश होने के बाद भी चिन्हीकरण हो पाया । मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद एक समान पेंशन पर भी शासनादेश जारी नहीं किया गया।इससे आंदोलनकारियों मेँ आक्रोश व्याप्त है।


प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व देवी गोदियाल ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि राज्य आंदोलनकारियों के मामले को लेकर गम्भीरता से नहीं लेते तो सरकार के विरुद्ध पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।इन मांगों पर अभी तक विधानसभा सत्र आहूत नहीं किया गया और ना ही अभी तक चिन्हीकरण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं हुई । अपनी मांगों को लेकर हमें धरना देने को विवश होना पड़ा। बेठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 24-दिसम्बर को मूल निवास रेली मेँ प्रतिभाग करने की अपील जनता से की जाएगी। इसके बाद धरना प्रदर्शन कर जिला प्रशासन की ओर से तहसीलदार शादाब के माध्यम मुख्यमन्त्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। उर्मिला शर्मा व सत्या पोखरियाल ने कहा कि आखिर सरकार राज्य आंदोलनकारियों कें साथ इतना पक्षपात क्यों कर रही है जबकि सरकार प्रचार प्रसार पहले ही कर चुकी है। डी एस गुसाईं एवं विक्रम भण्डारी ने कहा कि सरकार शीघ्र 10% क्षैतिज आरक्षण को लेकर जल्द सत्र आहूत किया जाय। प्रदीप कुकरेती ने कहा कि सरकार प्रत्येक जिलाधिकारी को निर्देश दे कि शीघ्र चिन्हीकरण का कार्य समाप्त किया जाय।
धरने मेँ जगमोहन सिंह नेगी , अशोक वर्मा , देवी गोदियाल , पूरण जुयाल , क्रांति कुकरेती , डीo एसo गुसांई , पूरण सिंह लिंगवाल , विक्रम भण्डारी , रुकम पोखरियाल , सत्या पोखरियाल , मुन्नी खंडूड़ी , उर्मिला शर्मा , सुलोचना भट्ट , बीर सिंह रावत , बलबीर सिंह नेगी , जयदीप सकलानी , विनोद असवाल , मोहित डिमरी , प्रदीप सकलानी , प्रदीप कुकरेती , पूरण सिंह लिंगवाल , विशम्भर दत्त बोन्ठीयाल , देवेश्वरी रावत , संजय बलूनी , विजय बलूनी , सुरेश नेगी , प्रेम सिंह नेहीं , मनोज नौटियाल , मनीष नेगी , राजेश पान्थरी , धर्मानन्द भट्ट , प्रभात डण्डरियाल , आशीष नेगी , मंजूर अहमद वेग , राजेश शर्मा , इच्छा भण्डारी , उपेन्द्र प्रसाद , बिन्दु सेमवाल , लक्ष्मी रावत , सतेस्वरी देवी , चन्द्र किरन , कमला राणा , प्रांजल नौटियाल , राजेन्द्र पन्त , आमोद पेन्युली , सरोजनी थपलियाल , आदि मौजूद रहे।