देहरादून 1 जनवरी । भाजपा ने कृषि भूमि पर बाहरी लोगों की खरीदफरोक्त पर लगाई रोक को सख्त भू कानून की दिशा में प्रभावी कदम बताया है । प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मुख्यमंत्री धामी का आभार व्यक्त करते हुए, प्रदेशवासियों को जनभावनाओं के अनुकूल कानून लाने का भरोसा दिया है ।
नववर्ष की पूर्व संध्या पर लिए इस निर्णय को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए भट्ट ने इसे राज्यवासियों की भावनाओं का सम्मान ठहराते हुए, सख्त भू कानून के प्रति भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता बताया । उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज के बीच से आने वाले विषयों को वह गंभीरता से लेकर तत्काल उचित एवं प्रभावी कदम उठाते हैं । इससे पूर्व भी सख्त भू कानून निर्माण की दिशा में पूर्व मुख्य सचिव की अध्यक्षता ने उच्च स्तरीय समिति गठन की थी । जिसकी रिपोर्ट को वरिष्ठ अधिकारियों वाली प्रारूप समिति संवैधानिक, तकनीकी एवं कानूनी पहलुओं की कसौटी पर परख रही है । इसी तरह कृषि भूमि की खरीद में आ रही गड़बड़ियों के संज्ञान में आते ही मुख्यमंत्री ने पहले इनपर जिलाधिकारी की रिपोर्ट जरूरी कर दी थी । लेकिन अब चूंकि भू कानून को लेकर प्रक्रिया निर्णायक दौर में है ऐसे में राज्य से बाहरी लोगों की खरीद पर पाबंदी सही और लोगों की शंकाओं को दूर करने वाला कदम है।
उन्होंने प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाते हुए कहा, भाजपा सरकार मूल निवास और भू कानून के विषय पर पूर्णतया गंभीर है और शीघ्र ही इसके निर्णायक समाधान की दिशा में काम कर रही है । भाजपा हमेशा स्थानीय लोगों की मूल भावना, जरूरत एवं पहचान के अनुसार देवभूमि के विकास की पक्षधर रही है । एकमात्र भाजपा है जिन्होंने प्रदेशवासियों के मुद्दों पर सजगता से ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं । चाहे राज्य निर्माण की बात हो, चाहे तरक्की के लिए विशेष औधोगिक पैकेज देने की बात हो और चाहे देवभूमि की सांस्कृतिक, धार्मिक एवं अवैध अतिक्रमण पर रोक के लिए लैंड और लव जिहाद पर कानून बनाने की बात हो । जहां तक सवाल है भू कानून का तो हम ही एकमात्र दल हैं जो इसका सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वमान्य समाधान भी लेकर आएगी ।
विपक्षी पार्टियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज कांग्रेस समेत तमाम दल जनसरोकारों से जुड़े सभी विषयों पर पूरी तरह एक्सपोज हो चुके हैं । यही वजह है कि जनता उनके कार्यक्रमों में नही जाती है और वे प्रदेशवासियों के विवेक पर अनर्गल एवं अपमानजनक टिप्पणी सार्वजनिक करते हैं । वहीं दूसरी और जनमुद्दों पर लोगों के एकत्रीकरण को देखकर उनके बीच पहुंचकर अपनी राजनीति चमकाने में जुट जाते हैं । लेकिन जनता इनके विचारों और व्यवहारों की असलियत से परिचित है लिहाजा कभी इनसे सहमत नहीं होने वाली है ।