देहरादून 9 जनवरी, भाजपा एवं जनसंघ संस्थापकों में शामिल स्वर्गीय देवेंद्र शास्त्री को उनकी पुण्य तिथि पर पार्टी ने विचार गोष्ठी के माध्यम से श्रद्धांजलि दी है । इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सीएम से मिलकर स्वर्गीय शास्त्री जी के नाम से किसी स्थल के नामकरण करवाने का भरोसा दिलाया ।
प्रदेश मुख्यालय में हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने स्वर्गीय शास्त्री के चित्र पर पुष्पांजलि देकर उन्हें याद किया । इस दौरान अपने संबोधन में भट्ट ने कहा, वे जनसंघ और भाजपा के संस्थापक सदस्य के साथ उत्तराखंड से आरएसएस के पहले प्रचारक और अलग राज्य की अवधारणा को रखने वालों में शामिल रहे हैं । गोष्ठी में मौजूद लोगों की शास्त्री के नाम से किसी चौक या महत्वपूर्ण स्थल का नाम रखने की भावना का सम्मान करते हुए उन्होंने भरोसा दिया कि शीघ्र ही वे इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चर्चा करेंगे। साथ ही घोषणा कि आने वाले दिनों में पार्टी के वरिष्ठ पथ प्रदर्शक नेताओं को लेकर इस तरह के वैचारिक श्रद्धांजलि के कार्यक्रम श्रंखला जिले स्तर पर भी आयोजित किए जाएंगे ।
इस दौरान शास्त्री से जुड़े संस्मरण एवं अनुभवों का जिक्र करते हुए वक्ताओं ने कहा, आज भाजपा रूपी जिस वट वृक्ष के नीचे हम खड़े हैं उसकी जड़ों को विचारों, सिद्धांतों एवं कर्मठता से सींचने का काम उन्होंने किया है । वे अपने वैचारिक एवं व्यवहारिक जीवन दर्शन के माध्यम से पार्टी एवं समाज में सदैव जिंदा रहेंगे । उन्होंने पार्टी के चिन्ह पर अनेकों बार चुनाव लडा, लेकिन मात्र जीतने के लिए नहीं, बल्कि पार्टी के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए । आजादी के आंदोलन से लेकर आपातकाल और राज्य निर्माण तक राजनीति की सादगी भरी और बेदाग पारी सभी के लिए प्रेरणादायी है।
प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कोली के संचालन में हुए इस कार्यक्रम में विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, स्वर्गीय शास्त्री के सपुत्र एवं वरिष्ठ नेता ऋषिराज डबराल निवर्तमान महापौर सुनील उनियाल ‘गामा’ ज्योति प्रसाद गैरोला,देवेंद्र भसीन, श्रीमती विनोद उनियाल, बरिष्ठ नेता प्रकाश सुमन ध्यानी, डाक्टर इंदुबाला, डाक्टर आदित्य कुमार, श्रीमती रजनी कुकरेती, सौरभ थपलियाल, सुभाष बड़थ्वाल, जे पी ममगाई, जोगेंद्र पुंडीर, राजेंद्र नेगी, अनूप सिंह रावत, अजीत नेगी समेत बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे ।