देहरादून _ भाजपा ने कॉंग्रेस के विधानसभा घेराव को नौटंकी बताया । जो पार्टी देश भर में फ्लॉप साबित हुई पार्टी का एक और अराजकता भरा फ्लॉप शो करार दिया है |
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने आरोप लगाया कि मुद्दाविहीन कॉंग्रेस के इस आंदोलन को पीछे उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ हंगामा कर मीडिया की सुर्खियां बनकर सस्ती लोकप्रियता बटोरना था | उनका यह रवैया न केवल राजनीति एवं स्वयं कॉंग्रेस के लिए भी आत्मघाती साबित होने वाला कदम है | गैरसैंण में हुए कॉंग्रेस के घेराव पर प्रतिकृया देते हुए जोशी ने कहा, आज का इनका आंदोलन एक बार फिर स्पष्ट करता है कि क्यूँ कॉंग्रेस गाँव, शहर, देश और राज्य से लगातार साफ हो रही है | उन्होने कहा, कोरोना महामारी व अन्य तकनीकी दिक्कतों के चलते लंबे समयान्तराल के बाद ग्रीष्मकालीन राजधानी में सत्र का आयोजन हो रहा है, जिसमे सभी पक्षों को साथ बैठकर कर राज्य की विकास को लेकर रचनात्मक और स्वस्थ चर्चा महत्वपूर्ण है | लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी कॉंग्रेस का सत्र का मुहूर्त लोकतन्त्र की सर्वोच्च परंपरा के तहत सदन में चर्चा के बजाय सड़कों पर हंगामे और अराजकता के साथ करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है | उन्होने कहा, अफसोस कॉंग्रेस ने उन तमाम विषयों के साथ आंदोलन का ढोंग किया जिनको लेकर मुख्यमंत्री धामी द्धारा उठाए कदमों पर जनता और न्यायालय दोनों अपनी मुहर लगा चुके हैं | चाहे वह नियुक्तियों में भ्रष्टाचार का मामला, जिस पर ऐतिहासिक कार्यवाही और रिकॉर्ड गिरफ्तारियाँ हुई हैं, चाहे युवाओं के लिए पारदर्शी एवं ईमानदार भर्ती प्रक्रिया निर्माण की बात हो जिसके लिए देश का सबसे सख्त नकल कानून लाया गया, चाहे नियुक्ति प्रक्रियाओं को गति देते हुए कैलेंडर जारी कर परीक्षाएँ आयोजित करना हो, चाहे दुखद अंकिता मर्डर या अन्य अपराधों पर हुई कठोरतम कार्यवाही की बात हो, चाहे अब तक के सबसे कम समय में जोशीमठ आपदा पीड़ितों को मुआवजा देने की शुरुआत हो या केंद्र से अपेक्षित 2000 करोड़ पुनर्वास पैकेज की बात |
जोशी ने तंज़ किया उन मुद्दों के साथ जिनकी हवा जनता और न्यायालय दोनों पहले ही निकाल चुकी हों, ऐसे फुस्स मुद्दों पर कॉंग्रेस पार्टी का आंदोलन का फ्लॉप होना तय था। जो आज उनके नेताओं व कार्यकर्ताओं की संख्या और उत्साह में स्पष्ट दिखाई दिया | उन्होने कटाक्ष में कहा, कॉंग्रेस ने जनता में बनी अपनी गैरजिम्मेदार राजनैतिक दल की छवि सुधारने का एक और अवसर आज के हुदंगी आंदोलन से गंवा दिया है | हालांकि ऐसा ही नकारात्मक व अराजकतावादी रवैया कॉंग्रेस पार्टी अन्य राज्यों व संसद के अंदर व बाहर हमेशा प्रदर्शित करती है | उनके राष्ट्रीय नेता तो सभी हदों को पार कर देश के बाहर भी संविधान की बदनामी करने से नहीं बाज आते हैं | हालांकि उत्तराखंडियत का दावा करने वाले उनके नेताओं से थोड़ी बहुत झूठी-मूठी उम्मीद किसी को होगी वह भी आज पूरी तरह चकनाचूर हो गयी होगी |