प्रदेश भाजपा को जल्दी मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष इस बात की चर्चा भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा कांग्रेस सहित अन्य दलों की भी नजर लगी है। इस समय वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट का कार्यकाल खत्म हो गया है । भाजपा संगठनात्मक चुनाव इस समय पूरे देश में चल रहे हैं । प्रदेश में भी मंडल अध्यक्ष चुनने के लिए प्रभारी, सहप्रभारी बनाये गये हैं जल्दी ही मंडल और ज़िलों के गठन के साथ केन्द्रीय नेतृत्व नये प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर सकता है संभवत 15मार्च से पहले भाजपा को प्रदेश का नया मुखिया मिलने की संभावना है।
भाजपा के नेता अक्सर राजनीतिक मंचों पर यह कहते सुनाई देते हैं कि पार्टी क्षेत्रवाद और जातिवाद की राजनीति नहीं करती । लेकिन इसके उल्ट अभी तक यह देखा गया है कि गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों पर ही ध्यान दिया जाता है।इस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कुमाऊं से आते हैं और राजपूत हैं। ऐसे में संगठन की कमान गढ़वाल और वह भी ब्राह्मण समाज से बनाने का एक फार्मूला निकाला जाएगा। राजनीति एक कैमेस्ट्री है और समीकरणों पर काम करती है।
ऐसे में यदि इस फार्मूले पर पार्टी सोचती है जिसकी संभावनाएं ज्यादा है कि गढ़वाल से ब्राह्मण समाज से प्रदेश अध्यक्ष को बनाया जायेगा तो कुछ नामों पर आम चर्चा है बात करें सबसे मजबूत दावेदार ज्योति प्रसाद गैरोला एक ऐसा नाम है जो इस समय राज्य के बीस सूत्रीय क्रियान्वयन के अध्यक्ष हैं पार्टी में महामंत्री संगठन के अलावा कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं संगठन की बारीकियां को समझते हैं। पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। संगठन में किस कार्यकर्ता से क्या काम लेना है उन्हें कार्यकर्ता की पहचान है जो उनकी बहुत बड़ी ताकत है। लेकिन कभी भी उनको पार्टी पर दबाव बनाते हुए नहीं देखा। नहीं उन्हें कहीं दावेदारी करते देखा गया है। पार्टी जो भी जिम्मेदारी उन्हें देती है बखूबी उसे निभाते हैं । पार्टी के दिशा निर्देश पर एक अनुशासित कार्यकर्ता के रुप में रहते हैं ।
दुसरा नाम प्रदेश महामंत्री आदित्य राम कोठारी के नाम पर सबसे अधिक चर्चा है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से अपनी राजनीति की शुरुआत कर उन्होंने पार्टी संगठन में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं। इस समय भी प्रदेश महामंत्री के पद पर कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी के करीबी हैं जो उनकी बहुत बड़ी ताकत है सरल स्वभाव है एक बात उनके खिलाफ जा सकती है कार्यकर्ताओं पर ढीली पकड़ और पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं जो उनकी कमजोरी है।
तीसरा नाम धरमपुर के विधायक विनोद चमोली जो अध्यक्ष पद के लिए सबसे अधिक आतुर दिखाई दे रहे हैं। पिछली बार भी उन्होंने अपना नाम चलवाया था। एक फर्जी लेटर से उनकी किरकिरी भी हुई। इस बार फिर वह एक प्रबल दावेदार है एक ब्राह्मण चेहरा हैं सभासद,नगर पालिका अध्यक्ष, दो बार मेयर, दुसरी बार विधायक महानगर के अध्यक्ष रह चुके हैं आज तक कोई चुनाव नहीं हारे ये उनकी बड़ी ताकत है। लेकिन अपने अड़ियल स्वभाव, अहंकार की चाशनी में पूरी तरह से डूबे, अपनी विधानसभा में कार्यकर्ताओं को एकजुट नहीं कर पा रहे हैं। मूल विचारधारा के कार्यकर्ताओं से उनकी दूरी या उन्हें षड्यंत्र के तहत बाहर निकाला जा रहा है। कार्यकर्ता उन्हें षड्यंत्र की चलती -फिरती यूनवर्सिटी तक कहते हैं। अपनी विधानसभा में विकास कार्यों की अनदेखी। पिछले 5 साल के कार्यकाल में कार्यकर्ताओं से लड़ने -भिड़ने में बीते। और इस 3 साल के कार्यकाल में बलवीर रोड़ भाजपा कार्यालय में घाम सेकते दिखाई दे रहे हैं । विधानसभा में समस्याओं का अंबार है । जगह-जगह सड़कें खुदी हैं, नालियों का पानी लोगों के घरों में बह रहा है। एडीबी द्वारा संचालित योजनाओं को भी ढंग से संचालित नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे में जो अपनी विधानसभा में कार्यकर्ताओं को एकजुट नहीं पाए, कार्यकर्ताओं से सीधे मुंह बात तक नहीं करते। तो वह प्रदेश को संभाल पायेंगे। यह एक सवाल पर पार्टी हाईकमान अवश्य विचार करेगी । चमोली अक्सर पार्टी और सरकार पर दबाव की राजनीति करते हैं। यदि वह प्रदेश अध्यक्ष बनते हैं तो सरकार पर पूरी तरह दबाव बनाएंगे । सरकार और संगठन में हमेशा तनातनी रहेगी। ऐसे में पार्टी क्या उन पर भरोसा करेगी इसकी संभावनाएं कम हैं ।
पार्टी एक और फार्मूले दलित चेहरे पर विचार कर सकती है ऐसे में पूर्व कैबिनेट मंत्री और राजपुर के विधायक खजानदास का नाम है । जो सौम्य, सरल स्वभाव, कुशल संगठनकर्ता , कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ रखते हैं उनके नाम पर भी विचार किया जा सकता है। साथ ही ऐसी भी संभावना है कि महेंद्र भट्ट को पार्टी दुबारा एक और मौका दे सकती है।इसके अलावा पार्टी हाईकमान किसी नये चेहरे पर विचार कर प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर सबको चौंका सकती है ऐसी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। सूत्रों पर विश्वास करें तो दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर खिचड़ी बन रही है ।