मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद अभी तक पीड़ित परिवार को ना तो मुआवजा मिला।और नहीं सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा का कोई नेता/कार्यकर्ता मृतक परिवार के घर में सांत्वना देने पहुंचे। क्षेत्रीय विधायक गणेश जोशी जो कैबिनेट मंत्री भी हैं उनके पास भी इस परिवार से मिलने का समय तक नहीं है।
2 अप्रैल को मसूरी देहरादून मार्ग पर शेरगढ़ के पास रोडवेज की अनुबंधित बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी जिसमें दो की मौत और 40 के करीब घायल हुए थे। इस हादसे में बारह कैंची निवासी सुधाकर लखेड़ा की धर्मपत्नी सुधा लखेड़ा(40)- और बेटी महक लखेड़ा (15) की दर्दनाक मौत हो गई थी। सरकार की तरफ से प्रत्येक मृतक को तत्काल 4-4लाख रुपए देने की घोषणा की थी। अभी तक सरकार की तरफ से इस घोषणा पर कोई अमल नहीं किया गया। और ना ही सरकार की तरफ से कोई पीड़ित परिवार से मिलने आया। कांग्रेस के स्थानीय नेता पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ओपी उनियाल , और विजय रमोला के अलावा मसूरी भाजपा के कोई भी नेता यहां पीड़ित परिवार को सांत्वना देने तक नहीं पहुंचे। इस परिवार की दोनों बेटियां सुधा लखेड़ा और सुषमा लखेड़ा भाई सुधाकर लखेड़ा तीनों विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं मुझे याद है जब हमने मसूरी में विद्यार्थी परिषद इकाई का गठन किया था। तो अक्सर इस पीड़ित परिवार के घर में ही हमारे अधिकांश मीटिंगे हुआ करती थी । सुधा लखेड़ा विद्यार्थी परिषद में पूर्णकालिक कार्यकर्ता रही। मृतिका के ससुर गेंदालाल लखेड़ा स्वयं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं। बावजूद इसके इस परिवार मैं मुसीबत का जो पहाड़ टूटा है। कोई भी इनमें सांत्वना देने के लिए नहीं आया। वर्तमान में भाजपा में कई वरिष्ठ नेता हैं जो 1995 से 2004- 5 अपने प्रवास के दौरान इस पीड़ित परिवार के घर में आते थे वो सभी अब भूल गए हैं, या उनके पास समय नहीं है।