वीरभड़ माधो सिंह भंडारी के शौर्य ,वीरता, त्याग और बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता।:-त्रिवेंद्र सिंह रावत

पर्वतीय नाट्य मंच ने आज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को उनके आवास पर बीरभड़ माधो सिंह भंडारी सम्मान से सम्मानित किया। पर्वतीय नाट्य मंच ने पहली बार वीरभड़ माधो सिंह भंडारी के नाम से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित करने का निर्णय लिया था। इस समय वीर भड़ माधो सिंह भंडारी सम्मान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं जानी-मानी लोक कलाकार गीता उनियाल को दिया गया।


आज पर्वतीय नाट्य मंच ने सामाजिक कार्यकर्ता वीर सिंह पंवार के नेतृत्व में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के डिफेंस कॉलोनी आवास में जाकर उन्हें यह सम्मान दिया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि माधो सिंह भंडारी का बलिदान हमेशा याद किया जाएगा। जिस तरह माधो सिंह भंडारी ने अपने पुरुषार्थ के दम पर तिब्बत की सेना को पराजित किया । एक सैनिक के रूप में अपने पराक्रम बल बुद्धि का परिचय उन्होंने दिया। वहीं दूसरी ओर अलकनंदा नदी के नजदीक होने के बावजूद मलेथा के लोग पानी के लिए तरस रहे थे । उन्होंने किसानों की पीड़ा को समझा और डांगचौरा गाड़ से मलेथा तक पानी पहुंचाया। एक पहाड़ को काटकर गूल का निर्माण कराया । आज के युग में तमाम तकनीकी मौजूद हैं फिर भी ऐसे पहाड़ों को काटने के लिए काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है । आज से 400 साल पहले इतनी लंबी गूल एक मजबूत पहाड़ को काटकर बनाना आज के इंजीनियरों के लिए भी एक शोध से कम नहीं है । उस समय ना कोई टेक्नोलॉजी थी ना कोई औजार फिर भी इतने बड़े पहाड़ की चट्टान को काटकर सुरंग बनाकर और अपने इकलौते बेटे की बलि देकर मलेथा गांव को हरा भरा किया । हालांकि वीर बड़ी माधो सिंह भंडारी केसरिया बलिदान और त्याग को इतिहास के पन्नों में वह सम्मान नहीं मिला जो मिलना चाहिए था उन्होंने पर्वतीय नाट्य मंच का धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे महापुरुषों पर उनका जो प्रयास है वह सराहनीय है।

साकमाजिक कार्यकर्ता वीर सिंह पंवार ने कहा कि पर्वतीय नाट्य मंच को हर साल इस नाट्य मंच को अलग-अलग जगह प्रदर्शित करना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास पर गर्व हो। सुप्रसिद्ध अभिनेता बलदेव राणा ने पूर्व मुख्यमंत्री रावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मुख्यमंत्री काल में किसान भवन को माधो सिंह भंडारी के नाम से रखा गया, राज्य बनने के बाद पहली बार उनके प्रयास से लोक कलाकारों का मानदेय बढ़ा । माधो सिंह भंडारी की जन्मस्थली मलेथा में जो रेलवे स्टेशन बन रहा है वहां पर माधो सिंह भंडारी की प्रतिमा और उस स्टेशन का नाम माधव सिंह भंडारी के नाम से रखने का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया। पर्वत नाट्य मंच को समय-समय पर पूर्व मुख्यमंत्री का सहयोग और मार्गदर्शन मिलता रहा है उन्होंने उम्मीद जताई उनका मार्गदर्शन आगे‌ भी‌ मिलता रहेगा। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र सिंह रावत ने किया। इस अवसर पर जाने-माने अभिनेता कांता प्रसाद, गिरिराज उनियाल, विजयभूषण उनियाल, अनिल शर्मा, सरस्वती रावत बलवंत पंवार, संजय सिंह बिष्ट सुरेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे।